छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी CM सिंहदेव ने GST पर बोला हमला, नक्सलवाद, पत्रकार हत्या और दिल्ली चुनाव को लेकर कही ये बात

भोपाल। छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने GST को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा हैं। उन्होंने कहा कि लोग टैक्स से परेशान है। जीएसटी की व्यवस्था सिर्फ अमीरों के लिए है। गरीब और भी गरीब होते जा रहा है। चौंकाने वाले आंकड़े हैं। वहीं उन्होंने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमले, पत्रकार की हत्या और दिल्ली चुनाव को लेकर भी बयान दिया हैं। मध्य प्रदेश पहुंचे छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने राजधानी भोपाल में जीएसटी संकट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में 12 जगह प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है, आज का मुद्दा जीएसटी का है। आज देश में जो स्थिति हम देख रहे हैं टैक्स से लोग परेशान है, जीएसटी की व्यवस्थामानो सिर्फ अमीरों के लिए है। देश के पहले डायरेक्ट टैक्स के जरिए केंद्र सरकार को राजस्व आता था, अब टैक्स ही टैक्स है। वर्तमान स्थिति खराब हो चुकी है। चौंकाने वाले आंकड़े हैं। जीएसटी को लेकर देश की 10 प्रतिशत उच्चतम आय की आबादी सिर्फ 03 प्रतिशत की हिस्सेदारी अदा कर रहे है। निचली आय की 50 फीसदी आबादी 60 फीसदी जीएसटी दे रहे है।

अमीर, अमीर हो रहा है, गरीब और गरीब…

सिंहदेव ने कहा कि एक कारण यह भी है कि अमीर अमीर हो रहा है, गरीब और गरीब हो रहा है। गरीब के पास घर चलाने के लिए पैसे नहीं है। सिर्फ गरीब नहीं बल्कि मध्यम वर्ग भी जीएसटी में पिस रहा है। टैक्स को इतना विस्तृत और जटिल कर दिया कि एक गरीब या मध्यम वर्गीय के लिए यह बेहद कठिन काम है। अमीरों को फर्क नहीं पड़ता। सरकार ऑनलाइन की बात करती हैं और यह बात हकीकत है कि बिना चार्टर्ड अकाउंटेंट के टैक्स भर पाना संभव नहीं है। सीधे तौर पर छोटे स्तर पर भार डाला जा रहा है। कांग्रेस GST के खिलाफ नहीं है, लेकिन गलत नीति का विरोध हम कर रहे हैं। जीएसटी की गलत नीतियों से राज्य के आर्थिक आंकड़े भी बिगड़े, भरपाई नहीं हो पा रही है।

सिंहदेव बोले- राष्ट्र में एक कराधान होना चाहिए

पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के कई देशों में ऐसा नहीं है, जो ऐसी नीति अपनाता हो। एक उत्पाद पर तीन तीन टैक्स दे रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारें टैक्स कलेक्शन में विफल है। टैक्स चोरी नहीं रोक पा रहे है। स्वास्थ्य की बात तो इंश्योरेंस में 18% टैक्स वसूला जा रहा है। स्वास्थ्य सरकार की जवाबदारी होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। GST का जो प्रारूप कांग्रेस ने रखा था उसे केंद्र अपनाए। जीएसटी के दायरे में राहत नहीं, राहत दी तो उद्योगपतियों को, 2019 में करोड़ों की राहत दी गई। जब सीजी में कांग्रेस सरकार थी तब कई बार केंद्र को सरकार में रहकर सुझाव दिया था, लेकिन अमल नहीं किया गया। राष्ट्र में एक कराधान होना चाहिए, राज्यों का अंश ज्यादा किया जाए।

नक्सल मामले और दिल्ली चुनाव पर कही ये बात

टीएस सिंहदेव ने कहा कि नक्सल पर राजनीति नहीं होना चाहिए। केंद्र ने टारगेट रखा है, हमें दिक्कत भी नहीं, लेकिन फिर अनेक तरीके से टारगेट पूरा करने में लग जाते हैं। फिर जबरन काम करें। निर्दोष नहीं पिसना चाहिए। दिल्ली चुनाव को लेकर कहा कि इंडिया गठबंधन को लेकर लोकसभा में हम एक थे। यह 2024 को लेकर था। इंडिया गठबंधन अभी एक इकाई नहीं है।

बस्तर पत्रकार हत्या मामले पर भी रखी बात

बस्तर में पत्रकार की हत्या को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि एक पत्रकार को खोया है। कभी उनके विषय में गलत नहीं सुना था। एक ठेके का मामला था। उन्होंने नवंबर में मामला सीएम और मंत्री के समक्ष उठाया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। फिर बाद में उनकी हत्या कर दी गई, ये बेहद गंभीर मामला है।

देश के 12 शहरों में 12 बजे 12 नेताओं ने की PC

आपको बता दें कि कांग्रेस ने सरकार के वस्तु एवं सेवा कर-जीएसटी के खिलाफ मोर्चा खोला है। पार्टी के नेताओं ने देश के 12 शहरों में जीएसटी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आज गुरुवार दोपहर 12 बजे देश के 12 शहरों में पार्टी के 12 नेताओं ने जीएसटी को लेकर प्रेसवार्ता की। सीजी के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव भोपाल मध्य प्रदेश, सचिन पायलट मुंबई, वरिष्ठ नेता गौरव गोगोई जोरहाट असम, प्रवीण चक्रवर्ती विजयवाडा आंध्र प्रदेश, शक्ति सिंह गोहिल दिल्ली, एमएम पल्लम राजू कोलकाता, मोहन कुमार मंगलम अहमदाबाद गुजरात, जय नारायण व्यास सूरत गुजरात, डॉ अजय कुमार चंडीगढ़ हरियाणा, राजीव गोड़ा तिरुवनंतपुरम केरल, पवन खेड़ा जयपुर राजस्थान और सुप्रिया श्रीनेत लखनऊ में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।

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