बिलासपुर. जिला पंचायत अध्यक्ष और सभापति ने रतनपुर पहुंचकर खूंटा घाट जलाशय का दरवाजा खोला। कार्यक्रम में जल संसाधन विभाग के अधिकारी समेत कांग्रेस नेता विशेष रूप सें शामिल हुए। जलाशय का दरवाजा खोलने के साथ ही किसानो ने अपनी खुशियों को जाहिर किया। अरूण चौहान और अंकित गौरहा ने बताया कि पानी की कमी के चलते बियासी और रोपाई को लेकर किसान परेशान था। बहरहाल पानी की किल्लत अब दूर हो गयी है।
मालूम हो कि चार पांच दिन पहले जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने किसानों के साथ जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग से सम्पर्क किया। गौरहा ने बताया कि खेत पूरी तरह से तैयार है। लेकिन पर्याप्त पानी नहीं मिलने के कारण रोपाई और बियासी का काम पिछड़ रहा है। इसकी मुख्य वजह पानी की कमी है। इसके पहले किसानों का मनोबल टूटे। खूंटाघाट बांध का दरवाजा खोलना बहुत जरूरी है।
जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग ने बेलतरा और मस्तूरी के किसानों की परेशानी को सर्वेक्षण के दौरान सही पाया। अंकित गौरहा की मांग को गंभीरता से लेते हुए आज जिला पंचायत और अन्य कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में खूटा घाट की गेट खोला गया।
इसके पहले जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण चौहान और जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने विधि विधान से पूजा पाठ किया। अरूण और अंकित गौरहा ने बताया कि आज तीन अलग अलग जगह पहुंचकर डैम को खोला गया है।
डैम का दरवाजा खोले जाने के बाद किसानों तक पानी पहुंचने लगा है। समय पर पानी मिलने से किसानों में खुशी है। अरूण और अंकित ने कहा कि किसी भी सूरत में किसानों की खेती प्रभावित नहीं होगी। सरकार किसानों के साथ है।
अंकित ने बताया कि खण्ड बारिश के कारण सभी जगह पर्याप्त पानी नहीं मिलने से किसान परेशान थे। खूंटा घाट जलाशय का दरवाजा खुलने के बाद काफी हद तक किसानों की परेशानी दूर हो गयी है। यद्यपि खूंटाघाट बांध का भराव अभी भी करीब 15 प्रतिशत कम हुआ है।
जलाशय का दरवाजा खोलने के दौरान राजेश्वर भार्गव व स्थानीय किसान भी मौजूद थे।