रायपुर। रविवार, 13 अक्टूबर को रायपुर स्थित श्री लाल गंगा पटवा भवन, टैगोर नगर में तेरापंथ युवक परिषद द्वारा विजयादशमी के पावन अवसर पर महामंत्राधिराज नमस्कार महामंत्र आधारित “पंच गंठी” आत्मरक्षा कवच अनुष्ठान का आयोजन किया गया। इस अनुष्ठान में आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनिश्री सुधाकर जी और मुनिश्री नरेश कुमार जी का सान्निध्य रहा।
मुनि सुधाकर जी ने इस दौरान कहा कि पंचगंठी अनुष्ठान एक सुरक्षा तंत्र है जो हमें नकारात्मक शक्तियों से बचाता है। उन्होंने बताया कि यह अनुष्ठान न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा का माध्यम है, बल्कि यह सामूहिक सुरक्षा को भी सुनिश्चित करता है। नजर दोष और शब्द दोष का यह अचूक उपाय है, जो जीवन में आने वाले विपरीत परिस्थितियों को दूर करने में मददगार साबित होता है।
मुनिश्री ने विस्तार से बताया कि भय का भाव बना रहना, नजर लगने का डर बना रहना, नकारात्मक शक्तियों का डर बना रहना, साथ ही अनिष्ट की आशंका बने रहना आदि अनेक व्याधियों या भ्रांतियों के निवारण में पंचगंठी अनुष्ठान काफी कारगर है। उन्होंने कहा कि इस तरह के अनुष्ठान केवल व्यक्तिगत सुरक्षा ही नहीं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक सशक्तिकरण में भी सहायक हैं। मुनिश्री ने आगे कहा कि विजयादशमी का विशेष योग इस अनुष्ठान को और भी अधिक प्रभावशाली व कारगर बनाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास प्राप्त होगा।
अनुष्ठान का संचालन और स्वागत स्वर वीरेंद्र डागा, आभार पंकज बैद और मंगलाचरण शशि डागा ने किया। अनुष्ठान आयोजन में अपने अर्थ का विसर्जन कर श्रीचंद सुरेंद्र कुमार चौरड़िया (रितु-विपुल-सूचिता चौरड़िया) SRVs ग्रुप ऑफ कम्पनी ने योगदान दिया।