बिलासपुर. रावण वध के साथ देवरीखुर्द में विंध्यवासिनी रामायण प्रचारक मंडली द्वारा आयोजित रामलीला महोत्सव का समापन हो गया। प्रयागराज के रामलीला मंडली के कलाकारों द्वारा रविवार की रात राम-रावण युद्ध, राम-भरत मिलन, सीता की अग्नी परीक्षा, भगवान श्रीराम का अयोध्या आगमन व राज्याभिषेक की प्रस्तुति देख कर लोग मंत्रमुगध हो गए।
भगवान श्रीराम द्वारा रावण के वध किये जाने के साथ ही दूर-दराज के क्षेत्रों से देखने आये सैकड़ों दर्शक जय श्रीराम के जयकारे लगाने लगे। जयकारे से देवरीखुर्द और आसपास का क्षेत्र गूंज उठा। धर्म जागरण जिला संयोजक बी पी सिंह, राजेश शेंडे, रवि बरगाह ने शॉल, गमछा देकर कलाकारों को सम्मानित किया।
धार्मिक आयोजनों से भारतीय संस्कृति को जीवंत करना है.सिंह.
इस दौरान बी पी सिंह ने कहा कि इस तरह के धार्मिक आयोजनों से भारतीय संस्कृति को जीवंत करना है। धर्म जागरण जिला संयोजक ने धर्मान्तरण के मुद्दे को उठाते हुए कहा ये धरती है संत रविदास की ये धरती है कबीर साहब की , बाबा घासीदास जी की , कृष्ण जी की इस धरती की हर कण में भगवान रामचन्द्र विद्यमान है यहां धर्म परिवर्तन कराने वाले बहुरूपियों के लिए कोई जगह नही है। जल्द ही क्षेत्र के सभी अवैध प्रार्थना भवन बंद करने की चेतावनी भी दी और कहा प्रशासन की मदद से जल्द कार्यवाही करवाई जायेगी।
स्थानीय युवाओं की सहयोग से यहां करीब 9 दिनो तक महोत्सव चला। स्टेज शो के माध्यम से कलाकारों ने भगवान श्रीराम की लीला की बेहतर प्रस्तुती दी।