IG ऑफिस के बाहर चला डंडा-चाकू फिर लुटा युवक,सिविल लाइन पुलिस को भनक तक नहीं और दर्ज हो गई रिपोर्ट,मामला संदेहास्पद..

बिलासपुर.आईजी ऑफिस के निकट दो पक्षों के बीच मामूली सी बात को लेकर विवाद हो गया इस घटना के बाद दोनों पक्षों ने मुँह जुबानी समझौता भी कर लिया मगर इस बीच ऐसा क्या हुआ कि एक पक्ष ने दूसरे के खिलाफ मारपीट कर डेढ़ लाख नगद समेत सोने की चैन लूटने का आरोप लगा थाने में जुर्म दर्ज करा दिया।

गुरुवार की दोपहर आईजी ऑफिस के पास कार से उतरने के दौरान सरकंडा निवासी अभय बरुवा और आनंद प्रकाश हेमू नगर निवासी जो कि पेशे से प्रॉपर्टी डीलर का काम करता है दोनो के बीच मामूली विवाद हो गया जानकारी के अनुसार अभय बरुवा रजिस्ट्री ऑफिस जा रहा था आईजी ऑफिस के पास अपनी बीएमडब्ल्यू कार से अभय उतर रहा था इधर दूसरी तरफ से आ रहे आनंद प्रकाश को कार का खुला गेट दिखा नही और वह टकराने से बच गया इसी बात को लेकर दोनों के बीच तू तू मैं मैं हो गई एक दूसरे को देख लेने की बात कहकर दोनो अपने काम से निकल गए वही कुछ देर बाद आनंद प्रकाश वापस आया तो अभय के ड्राइवर से आनंद प्रकाश उलझ पड़ा बीच बचाव करने पहुचे अभय ने दोनों को अलग किया थोड़ी देर बाद आनंद सिविल लाइन थाने पहुचा और अभय के खिलाफ लूट का आरोप लगाते हुए जुर्म दर्ज करवा दिया।

आनंद का बयान संदेहास्पद..

सिविल लाइन थाने में मीडिया के समक्ष जो कहानी आंनद प्रकाश ने सुनाई उसमें संदेह की बू आ रही है उसने कहा कि डंडे और चाकू से लैस 20 से 25 लोगो ने उस पर हमला किया और नकद समेत चैन लूट लिया वही उसने कहा कि वह अभय बरुवा को नही जानता और देखते ही पहचान जाएगा पूरे घटनाक्रम में यह बात समझ से परे है कि आईजी ऑफिस के करीब इतनी बड़ी घटना हो जाती है और पुलिस को भनक तक नही लगती सिविल लाइन पुलिस आंनद प्रकाश के बताए अनुसार रिपोर्ट भी दर्ज कर लेती है बताया जा रहा है कि पुलिस मौके पर गई थी मगर किसी ने भी ऐसी किसी भी घटना से इंकार कर दिया एक तो जिले में महकमें के इतने बड़े अफसर के ऑफिस के बाहर डंडे और चाकू से लैस लूट की घटना फिर किसी ने इस घटना को देखा भी नही इससे यह तो साफ है कि कही ना कहि वारदात संदेह को जन्म दे रहा है।इधर एसपी अभिषेक मीणा और एएसपी विजय अग्रवाल से बात करने का प्रयास किया गया मगर उनसे बात नही हो पाई।

मामूली सी बात हो गया था समझौता-अभय..

इस मामले में अभय बरुवा का कहना है कि हम दोनों के बीच मामूली सी बात को लेकर विवाद तो जरूर हुआ था मगर मारपीट कर लूटपाट करना झूठी बात है विवाद के बाद हम दोनों अपने अपने काम से चले गए थे इस बीच एक वरिष्ट का फोन आ गया और मैने उनसे बात कर सारे घटनाक्रम की जा जानकारी दी थी मुझे अंदाजा भी नही था की उक्त युवक अचानक थाने पहुच कर मेरे खिलाफ जुर्म दर्ज करा देगा जबकि वरिष्टजन का फोन आने के पहले और बाद हम दोनों का समझौता हो गया था इस मामले को लेकर मैं पुलिस के वरिष्ट अधिकारियों से मुलाकात करुगा वही दूसरे पक्ष से संपर्क नही हो पाया है।

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