रायपुर. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के खिलाफ टिपप्णी करने पर राजस्थान में एफआईआर दर्ज होने के बाद शुक्रवार की सुबह कांग्रेस नेता और आरटीआई एक्टिविस्ट कुणाल शुक्ला के घर नोटिस लेकर पहुंची राजस्थान पुलिस से श्री शुक्ला ने मुलाकात की ओर नोटिस तामिल कर अपना पक्ष रखा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के खिलाफ टिपप्णी करने पर राजस्थान में एफआईआर दर्ज किया गया था. राजस्थान पुलिस ने नोटिस देते हुए कुणाल शुक्ला से 7 दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है.
शुक्ला ने X अकाउंट पर लिखा कि.
इधर कुणाल शुक्ला ने अपने अंदाज में X अकाउंट पर लिखा कि आज सुबह 10:30 बजे राजस्थान पुलिस स्थानीय छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ मेरे दरवाजे में हाजिर होती है।
मामला लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के लिए किसी टीका टिप्पणी को लेकर है जिस पर राजस्थान के कोटा शहर के किशोरपुरा थाने में मेरे विरुद्ध विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। अगर ओम बिड़ला और उनके चेले ये समझते हैं कि वे मेरी आवाज़ दबा लेंगे तो वह मुगालते में हैं।
मैनें ओम बिड़ला की पुलिस से कहा है कि वह मुझे मारे,मुझे घसीटे मुझे चौक चौराहे पर लटका दे पर मेरी आवाज़ को वह नहीं दबा पाएंगे,जिस जेल में मुझे रखना है रख लें वह मेरी कलम को नहीं रोक पाएंगे।
तानाशाही के इस दौर में अब राजनैतिक टिका टिप्पणियों पर भी एफआईआर दर्ज की जाने लगी है?
मैं गरीबों, मजदूरों, किसानों के लिए आवाज़ उठाता रहा हूँ,और आगे भी उठाते रहूंगा।
मैं गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी खत्म किये जाने की बात करता रहा हूँ,आगे भी करता रहूंगा।
जाते जाते,ओम बिड़ला की लड़की अंजली बिड़ला आईएएस कैसे बनी?इसका खुलासा होना चाहिए।
मालूम हो कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के खिलाफ टिपप्णी करने पर राजस्थान में एफआईआर दर्ज की गई है वही राजस्थान पुलिस ने नोटिस थमा कुणाल शुक्ला से 7 दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है।