रायपुर. पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय में राज्य स्तरीय रेलवे सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गयी । बैठक में अपराध, नक्सली गतिविधियों, वीआईपी सुरक्षा, एकीकृत सुरक्षा व्यवस्था, यात्री सुरक्षा एवं यात्रियों को सुविधाओं समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी । बैठक में दल्लीराजहरा- रावघाट रेलमार्ग की प्रगति एवं सुरक्षा, केके रेललाईन के दोहरीकरण की समीक्षा की गयी । समीक्षा बैठक में रेलवे के माध्यम से कोयला चोरी, नारकोटिक्स एवं मानव तस्करी की घटनाओं पर पूरी तरह रोकने पर जोर दिया गया ।
अधिकारियों ने दिया खाखा.
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जीआरपी एवं आरपीएफ में समन्वय स्थापित कर संयुक्त चेकिंग अभियान, कानून व्यवस्था ड्यूटी व अपराध नियंत्रण में संयुक्त कार्यवाही की जा रही है । यात्रियों में सुरक्षा की भावना बढ़ाने हेतु चिन्हित स्थानों पर बीट ड्यूटी व ट्रेन पेट्रोलिंग लगाई जा रही है । अपराधों की विवेचना में पीड़ित यात्री के आरम्भिक स्टेशन से चोरी का पता लगाने तक के रेलवे स्टेशनों सी.सी.टी.व्ही. कैमरे का फुटेज प्राप्त कर त्वरित कार्रवाई हो रही है । इंटिग्रेटेड सिक्यूरिटी सिस्टम के अंतर्गत आने वाले रेलवे स्टेशनों में एंट्री और एक्जिट प्वाइंट की संख्या को सीमित करते हुये स्टेशनों में प्रवेश द्वारों की संख्या को काम किया गया है। रेलवे स्टेशन क्षेत्र में असामाजिक तत्वों को रोकने हेतु प्लेटफॉर्म के दुकान संचालकों को रात्री में शहर की तरफ शटर बंद रखने तथा प्लेटफार्म के तरफ ही खुला रखने हेतु निर्देशित किया गया है।
जीआरपी थाना डोंगरगढ़ के अंतर्गत पनियाजोब, बोरतलाब स्टेशन नक्सल प्रभावित क्षेत्र है । इस क्षेत्र में आसूचना तंत्र लगाकर नक्सल गतिविधियों पर सतत निगरानी रखी जा रही है ।
यात्री सुरक्षा पर चर्चा करते हुए बताया गया कि रेलवे प्लेटफार्म में आने-जाने वाले व्यक्तियों/यात्रियों के आवागमन हेतु गेट पाईंट बनाकर संदिग्धों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है । बैठक में आपात स्थिति से निपटने हेतु मॉक ड्रिल पर चर्चा करते हुये बताया गया कि समय-समय पर आगजनी, एक्सीडेंट, लूट, डकैती आदि की रेलवे से समन्वय बनाकर मॉकड्रिल की जाती है। सभी पुलिस महानिरीक्षकों रेलवे में अपराध की रोकथाम हेतु त्रैमासिक समीक्षा बैठक आयोजित करने निर्देश दिए गए।