भारत ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को 75 हजार टन गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात की अनुमति दी है. इससे पहले विशेष रूप से घरेलू कीमतों पर अंकुश लगाने और घरेलू खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 20 जुलाई से गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.भारत ने सितंबर 2022 में टूटे हुए चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया और गैर के निर्यात पर 20 प्रतिशत शुल्क लगाया. धान की फसल के रकबे में गिरावट के कारण कम उत्पादन की चिंताओं के बीच उबले चावल को छोड़कर बासमती चावल. हालांकि, बाद में नवंबर में प्रतिबंध हटा दिया गया था.विदेश व्यापार महानिदेशालय ने अपनी अधिसूचना में कहा कि यूएई को निर्यात की अनुमति नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड के माध्यम से दी गई है. भारत दुनिया में चावल के कुल निर्यात का 40 फीसदी निर्यात करता है. ग्लोबल राइस मार्केट में भारत का अहम योगदान है और यह सबसे बड़ा निर्यातक है. दूसरे नंबर पर थाइलैंड और तीसरे नंबर पर वियतनाम का स्थान आता है. ग्लोबल राइस एक्सपोर्ट में इनका योगदान 15.3 फीसदी और 13.5 फीसदी है.