भारतीय क्रिकेट टीम के कोच और महान बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) आज अपना 43वां जन्मदिन मना रहे हैं. गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) भारतीय क्रिकेट इतिहास के उन खिलाड़ियों में से हैं, जिनकी संघर्षशीलता और नेतृत्व क्षमता को हमेशा याद किया जाता है. उन्होंने साल 2003 में भारत के लिए पहला वनडे मैच खेला और टीम के महत्वपूर्ण बल्लेबाज बन गए. साथ ही साल 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर चुनाव लड़ा और सांसद बन गए.
एक सफल क्रिकेट करियर
बता दें कि गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का जन्म 14 अक्टूबर 1981 को दिल्ली में हुआ था. उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत घरेलू क्रिकेट से की और जल्द ही अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर राष्ट्रीय टीम में जगह बना ली. गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने 2003 में भारत के लिए पहला वनडे मैच खेला और अपने डेब्यू के बाद से ही टीम के महत्वपूर्ण बल्लेबाज बने रहे. उनकी सबसे खास पारियों में 2007 के टी20 वर्ल्ड कप और 2011 के वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में खेली गई शानदार पारियां शामिल हैं. साल 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में गंभीर ने 75 रन की अहम पारी खेली थी, जिसने भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसके अलावा, साल 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में गंभीर ने 97 रन बनाए थे, जो भारत को दूसरी बार विश्व कप जिताने में अहम साबित हुए.
नेतृत्व और टीम भावना
गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने न सिर्फ बल्ले से कमाल किया, बल्कि उन्होंने नेतृत्व क्षमता का भी परिचय दिया है. वह आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के कप्तान रहे और उनकी कप्तानी में KKR ने साल 2012 और साल 2014 में आईपीएल खिताब जीता था. गंभीर का टीम के प्रति समर्पण और नेतृत्व का तरीका उन्हें एक आदर्श कप्तान बनाता है. क्रिकेट करियर के बाद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) राजनीति में भी सक्रिय हो गए और दिल्ली से सांसद बन गए. राजनीति में आने के बाद भी उनका भारतीय क्रिकेट के प्रति प्यार और समर्थन हमेशा बना रहा.
क्रिकेट से लेकर राजनीति
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने समाज सेवा और राजनीति में भी अपना योगदान दिया है. साल 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर चुनाव लड़ाकर वो सांसद बन गए. राजनीति में आने के बाद उन्होंने दिल्ली में विकास और समाज कल्याण के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई है.