बिग ब्रेकिंग-IPS पवन देव पर कार्रवाई कराने पीड़िता की अधिवक्ता ने DGP को दिया आवेदन..

रायपुर. मुंगेली की महिला आरक्षक से देर रात फोन पर अश्लील बातें कर उसे बंगले बुलाने वाले वरिष्ट आईपीएस पवन देव के विरुद्ध कारवाई की मांग एक बार फिर उठ गई है पीड़िता की अधिवक्ता ने डीजीपी ऑफिस में पूरे घटनाक्रम की जानकारी देकर न्याय की गुहार लगाई है।

प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आते ही वो पुराने मुद्दे उछलने लगे है जिसे पुरवर्ती सरकार ने जांच का आश्वासन देकर पूरा नही किया है इधर दो वर्ष पूर्व प्रदेश के मीडिया की सुर्खियों में आए तत्कालीन बिलासपुर रेंज के आईजी और पीएचक्यू में पदस्थ वरिष्ट आईपीएस पवन देव द्वारा मुंगेली की महिला आरक्षक से फोन पर अश्लील बातें कर देर रात बंगले बुलाए जाने का मामला फिर से परवान चढ़ गया है।हाईकोर्ट की अधिवक्ता निरुपमा बाजपेई शुक्रवार की दोपहर पुलिस प्रमुख डीएम अवस्थी से मिलने पहुची मगर उनकी डीजी से मुलाकात नही हो पाई इधर उन्होंने पवन देव द्वारा महिला आरक्षक के साथ किए गए कारनामो की आप बीती की पूरे दस्तावेज की पोथी पुराण डीजीपी ऑफिस में सौप दिया है मालूम हो कि श्री देव पर पीड़िता द्वारा लगाए गए सभी आरोपों की जांच आंतरिक शिकायत (विशाखा कमेटी) द्वारा की गई और कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट तत्कालीन डीजीपी ए एन उपाध्याय को सौप दी थी जिसमें पवन देव को दोषी भी पाया गया लेकिन इसके बाद भी आज तक कोई करवाई नही हुई है।वही पीड़िता की अधिवक्ता निरुपमा बाजपेई ने ‘Omg news network’ को बताया कि मैंने महिला आरक्षक की अस्मीयता को ध्यान में रखते हुए वरिष्ट आईपीएस पवन देव के विरुद्ध करवाई की मांग की है।

एक नजर पूरे घटनाक्रम पर..

बिलासपुर रेंज में तत्कालीन आईजी पद पर पदस्थापना के दौरान पवन देव द्वारा फोन पर अश्लील बातें कर दबाव पूर्वक अपने बगलें बुलाने की 30 जून 2016 को महिला आरक्षक ने पुलिस महकमे के वरिष्ट अधिकारियों से लिखित में शिकायत की थी जिसके बाद आईएएस रेणु पिल्ले की अध्यक्षता में चार सदस्यीय आंतरिक शिकायत (विशाखा कमेटी) का गठन किया गया कमेटी ने पीड़िता के द्वारा लगाए गए सारे आरोपो की जांच की और पवन देव को दोषी पाया और सारी जांच रिपोर्ट तत्कालीन डीजीपी को सौप दी इसके बाद भी करवाई ना होता देख पीड़िता ने 6 बार शिकायतों का पुलिंदा सरकार समेत पुलिस महकमे से की लेकिन फिर भी जांच की आंच पवन देव तक नही पहुची।

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