बिलासपुर. भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव के पावन अवसर पर समाज सेवा मे अग्रणी कान्यकुब्ज ब्राह्मण विकास मंच के द्वारा अंचल में प्रथम भगवान विष्णु के छटे अवतार भगवान भगवान परशुराम जी की आदमकद मूर्ति की स्थापना लोखंडी स्थित निर्माणाधीन आशीर्वाद भवन में विधि विधान के साथ की गई। इस पावन बेला में आचार्य पं अरूण दिवाकरनाथ बाजपेयी (कुलपति पंडित अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय),नगर विधायक पंडित शैलेश पान्डेय,पंडित शैलेश नितिन त्रिवेदी (अध्यक्ष पाठ्य पुस्तक निगम छत्तीसगढ़ शासन) और अरूण साव (सांसद) ने के साथ समाज के वरिष्ठ विप्रजन,युवा टीम और महिलाओं ने शिरकत की.
कान्यकुब्ज ब्राह्मण विकास मंच के युवा टीम के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम की तय समय के अनुरूप शुरुआत की गई, महिलाओं के द्वारा सब से पहले अतिथियों, समाज के वरिष्ठजनों और युवा टीम का टीका -चंदन किया गया। जिसके बाद भगवान परशुराम जी आदमकद मूर्ति की सामूहिक आरती की गई,कान्यकुब्ज ब्राह्मण विकास मंच की युवा टीम ने जय जय श्री परशुराम जी के नाम का जप किया तो सारा निर्माणाधीन आशीर्वाद भवन गूंज उठा।
सब से पहले आचार्य पं अरूण दिवाकरनाथ बाजपेयी का शाश्वत तिवारी,सुदेश दुबे,अमित तिवारी, प्रभा तिवारी, संकल्प तिवारी ने पुष्प गुच्छ से अभिनंदन किया जिसके बाद अन्य अतिथियों का युवा विंग के कर्ताधर्ता शाश्वत तिवारी की टीम ने एक -एक कर स्वागत किया। मंच में कान्यकुब्ज ब् ब्राम्हण विकास मंच के प्रदेश अध्यक्ष पंडित बीके बाजपेई ने अपना अध्यक्षीय उद्बोधन दिया और भवन निर्माण की रूपरेखा व अब तक हुए कार्य की जानकारी दी,श्री बाजपेई ने उन सभी सहयोग कर्ताओं का नाम लिया जिन्होंने आशीर्वाद भवन निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
परशुराम जी हमारे प्रेरणा स्रोत.आचार्य बाजपेयी
इस मौके पर आचार्य पं अरूण दिवाकरनाथ बाजपेयी ने कहा कि अक्सर बीके बाजपेई और सुदेश दुबे से मुलाकात होती रहती है समाज का स्नेह है कि मुझे हर कार्यक्रम में बुलाया जाता है। भवन निर्माण में मेरे लायक जो भी योगदान होगा पूरा करूंगा श्री बाजपेयी ने कहा कि भगवान परशुराम शस्त्र के साथ शास्त्र के भी ज्ञाता थे उन्होंने दोनों का उपयोग बताया और युद्ध को जीवन का अमूल हिस्सा कहा, उन्होंने कहा कि संघर्ष धर्म से बड़ा कुछ भी नही है। श्री बाजपेयी ने भगवान परशुराम और कर्ण का एक छोटा सा किस्सा सुनाया और उदबोधन के बीच कई बातों का संस्कृत में वर्णन किया। उन्होंने बताया कि भगवान परशुराम जी ने कहा था कि उसे ही ब्रम्ह विद्या दी जाएगी जो उसका सही उपयोग करेगा।
ब्राह्मणों से सुशोभित आयोजन में आकर खुशी हुई.विधायक
भगवान परशुराम जी की मूर्ति स्थापना के अवसर पर नगर विधायक सहित पांडे ने कहा कि ब्राह्मणों से सुशोभित आयोजन में आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने युवाओं के नाम पर जोर देते हुए पूरी टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दूर ही सही लेकिन बीके पाण्डेय जी के अथक प्रयास से समाज का एक बड़ा भवन तैयार होने की ओर अग्रसर जो समाज के साथ गरीबों को भी छांव देगा और सब की मदद होगी। श्री पाण्डेय ने खुद को गिलहरी बता कर कहा कि इसी तर्ज पर हमेशा योगदान करता रहूंगा। अंतिम में विधायक में अपना विचार रखा और कहा कि ब्राह्मणों का मूल कारण पूजा पाठ संस्कृति व शिक्षा को बांटना है जिससे हमें वंचित नहीं होना चाहिए।
सांसद साव ने दोहराया अपना संकल्प.
सांसद अरुण साव ने कान्यकुब्ज ब्राह्मण विकास मंच के कार्यक्रम में आकर खुशी जाहिर की, उन्होंने कहा कि आज पावन अवसर हमें भगवान परशुराम के आदर्शों और विचार से प्रेरणा मिलती है। सांसद ने गांव की कुछ खट्टी मीठी यादों को ताजा किया और कहा कि आश्रम सराहना का केंद्र बनेगा। इस दौरान सांसद साव ने भवन निर्माण के लिए सांसद निधि से दी जाने वाली राशि के अपने संकल्प को दोहराया और जल्द जल राशि देने का वादा किया।
परिस्थितियां बदलती है लेकिन ब्राह्मण नही.त्रिवेदी
कान्यकुब्ज ब्राह्मण विकास मंच के बुलावे पर रायपुर से पधारे छ.ग पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि परिस्थितियां बदलती रहती है लेकिन ब्राह्मण नहीं,समाज वो जो दल,व्यक्ति विशेष से नही बल्कि संगठित होने से जुड़ता है।उन्होंने भगवान परशुराम के बारे में कहा कि वे शस्त्र विद्या के परम गुरु थे और अन्याय के खिलाफ लड़ा करते थे। आज के आभूज मुहूर्त में मुझे बुलाने के लिए समाज का आभारी हु,सही मायनों में हमारा समाज भगवान परशुराम जी को मानने वाला है। ब्राह्मणों ने हर वर्ग के लिए कुछ ना कुछ किया। जैसे क्षत्रियों के लिए राजकाज तो अन्य धर्मो के लिए भी कामकाज, अपने लिए सिर्फ घोर जंगल का चयन किया और शिक्षा को देने का काम किया उन्होंने समाज के युवाओं को सभी क्षेत्रों को प्रोत्साहित कर आगे बढ़ाने के लिए विप्र जनों से आग्रह किया।
एक स्वर में श्री पाण्डेय जी तारीफ और अतिथियों की हंसी ठिठोली.
भगवान परशुराम की प्रतिमा की स्थापना के अवसर पर समाज के वरिष्ठ विप्रजन,महिलाएं और युवा टीम ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सबसे अच्छी बात यह रही थी कि आशीर्वाद भवन की सौगात देने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान निभाने वाले बीके बाजपेयी की सभी अतिथियों ने एक स्वर में तारीफ की,तो वही सांसद,विधायक और पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष के बीच उद्बोधन को लेकर बीच-बीच में हंसी ठिठोली का दौर चलता रहा जिसे देख समाज के लोगों ने भी खूब मजा लिया। वही अंतिम में सभी अतिथियों का शाल-श्रीफल से सम्मान के बाद भूमि पूजन किया गया।
पूरे कार्यक्रम में मंच का संचालन सुदेश दुबे और अमित तिवारी ने किया तो वही शाश्वत तिवारी और संकल्प तिवारी की टीम ने सभ विप्र जनों के लिए स्वादिष्ट भोजन की व्यवस्था कर रखी थी।