TMC नेता लवली मैत्रा के एक बयान पर घमासान मच गया है. लवली मैत्रा ने कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों की तुलना ‘कसाई’ से की थी.
इस मामले पर BJP ने TMC को घेरा है. BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अपने सोशल मीडिया पर लवली मैत्रा के भाषण का एक वीडियो पोस्ट किया और उनकी टिप्पणी की को लेकर TMC पर निशाना साधा. उन्होंने पूछा है कि क्या बंगाल में सत्तारूढ़ TMC मैत्रा को बर्खास्त करेगी या आर जी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की तरह उन्हें भी बचाने की कोशिश करेगी.
शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “TMC विधायक लवली मैत्रा ने प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों की तुलना कसाई से की है. वह कोलकाता पुलिस में एक IPS की पत्नी भी हैं जो डॉक्टरों को नोटिस और समन जारी कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के खिलाफ इतनी नफरत क्यों? सिर्फ इसलिए कि वे ममता सरकार और उनके पुलिस बल को जवाबदेह ठहरा रहे हैं?”
TMC नेता ने कथित तौर पर ये टिप्पणियां हाल ही में पार्टी के एक कार्यक्रम में बोलते हुए की थी. उन्होंने बांग्ला में कहा, “डॉक्टर विरोध के नाम पर कसाई बन रहे हैं. गरीब और वंचित लोग जो बंगाल के अंदरूनी हिस्सों, ग्रामीण इलाकों से सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने आते हैं, जो लोग निजी अस्पतालों में इलाज का खर्च नहीं उठा सकते वे पीड़ित हैं. उनका इलाज नहीं किया जा रहा है. क्या वे (डॉक्टर) इंसान हैं? क्या यह मानवीयता है?” उसी कार्यक्रम के एक अन्य वीडियो में उन्हें पश्चिम बंगाल में CPI (एम) को एक चेतावनी देते हुए भी सुना गया था. वामपंथी पार्टी से जुड़े एक वकील ने उनकी बदला वाली टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई है.
TMC नेता ने दी सफाई
विवाद भड़कते ही लवली मैत्रा को अपनी टिप्पणी के लिए स्पष्टीकरण जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा, उन्होंने कहा “डॉक्टर भगवान हैं. गरीब लोग डॉक्टरों को भगवान मानते हैं. लेकिन जिस तरह से वे विरोध कर रहे हैं मुझे लगता है कि उन्हें डॉक्टरों के अलावा कुछ और नहीं कहा जाएगा. वे लालबाजार क्यों जा रहे हैं CBI क्यों नहीं?”