‘रवि शुक्ला’
आया आया छोटा टॉपअप.
पूरे देश में जब से हिंदू मुस्लिम हुआ है तब से भाजपा और भक्त फुल चार्ज में है महंगाई बेरोजगारी जाए चूल्हे भाड़ में केसरिया का बोलबाला है, लेकिन इस को डर है तो सिर्फ कांग्रेस से इसलिए उन्होंने कांग्रेस मुक्त अभियान चला रखा है। सियासी जानकारों का कहना है कि इसी कड़ी में पिछले दरवाजे से भाजपा के अपना छोटा टॉपअप मैदान में छोड़ रखा है लोग इसे आम आदमी पार्टी का नाम दे रहे हैं।
बड़े करीने से भाजपा जहां खुद नहीं आ सकती वहां अपने छोटे टॉपअप डाल देती है जैसे दिल्ली, भाजपा ने तो कांग्रेसी पर छोटे टॉपअप का झाड़ू चला दिया, फिर पंजाब छीन लिया। लेकिन गुजरात और हरियाणा में दिखने के लिए तो छोटा टॉपअप तो था मगर रिचार्ज नहीं हुआ था और शायद यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में जब से छोटा टॉपअप ले कर पंडित जी आए हैं तो भाजपाई मुस्कुराए और कांग्रेसियों के रातों की नींद उड़ गई है। पंजाब का उदाहरण सामने देखकर लड़ते-भिड़ते कांग्रेसी यकायक चुप बैठ गए है। कांग्रेस की एक छत मिशनरी आम आदमी पार्टी के गतिविधियों पर बारीकी से नजर बनाने लगी है गुप्तचर विभाग भी सक्रिय हो गया है। मगर यहां कांग्रेस जो है सो है, कांग्रेस का भी छोटा टॉपअप जनता कांग्रेस है कोई बता रहा था कि इस जकांछ के विधायक ने अपना धर्म निभाया और आम आदमी पार्टी के पंडित जी गलबहिया भी की और पंडित जी को अपनी श्रेष्ठता भी गिनाई है अब होगा क्या यह तो समय बताएगा लेकिन सियासी खिचड़ी पकने लगी है।
दाऊ की नाराजगी.
प्रदेश कांग्रेस के मुखिया दाऊ को गुस्सा बड़ा जल्दी आता है चाहे उनके ही पार्टी का नेता हो या कार्यकर्ता फिर अफसरों की क्या बात है,इधर गलती हुई कि नही दाऊ लपक लेते है जैसे नाक पर मक्खी बैठी नहीं की तलवार भांज देते हैं। पिछले बिलासपुर के दौरे में आते ही जिले के बड़े साहब पर नाराज हो गए।
बोलते हैं कि सीनियर मंत्री के वेलकम में कोई कमी रह गई थी। अब बड़े साहब आईएएस का क्या है उनको तो सुनना सब की है पर करना अपनी ही,उड़नखटोला से उतरते ही दाऊ की नाराजगी बड़े साहब पर दिखी,बीच में जरूर मेयर ने चू- चपड़ करने के लिए मुंह खोला ही था कि दाऊ का गुस्सा देखते ही चुप्पी साध लिए किसी ने सच ही कहा है कि आदमी को मौका देखकर ही बोलना चाहिए और खासकर किसी के पंगे में तो बिल्कुल नहीं टांग अड़ाना चाहिए।
ये पब्लिक है.
कांग्रेस भले ही दल के रूप में मिटती जा रही है लेकिन कांग्रेसियों के खून से गुटबाजी नहीं मिट रही जब भी कोई वीआईपी शहर आता है तो कांग्रेस में कुछ दिखे ना दिखे गुटबाजी जरूर दिखती है। हाल ही में सीएम का दौरा हुआ तो उनके आने से पहले हेलीपैड पर कांग्रेसी जमा होने लगे वह भी कैसे, एक तरफ नहीं टलने वाला गैंग और दूसरी तरफ हंसमुख पाण्डेय की लाबी जमा हो गई।
नगर निगम के मनोनीत नेता समेत शहर के चंगू-मंगू नहीं टलने वाले गैंग में घुस गए दूसरी तरफ चुने हुए जनप्रतिनिधियों और खुद छुटपुट नेता पाण्डेय जी की ओर चले गए।
इसी बीच शहर कांग्रेस संगठन के सीनियर सुप्रीमो (आधा देखने आधा नहीं देखने वाले को) सामने दिखा हंसमुख पाण्डेय का ग्रुप तो उन्होंने उसे ही ज्वाइन कर लिया। बगल वाली साइट को देख भी नही पाए थोड़ी देर बाद लहराते हुए आए पूर्व मेयर स्वामी जी तो नहीं टलने वाले गैंग से एक ने कहा अरे भाई सब पाण्डेय उधर ही चले जाओगे क्या,हमारे तरफ भी एक पाण्डेय तो रहना जरूरी है।
थोड़ी देर बाद प्रदेश का राजस्व खजाना भी आया जिसे हंसमुख पाण्डेय एन्ड कंपनी ने टेकओवर कर लिया,फिर किसी ने कह दिया जिसे जहा जाना है जाने दो वहां जमीन से जुड़े नेता नही और हम तो जमीन से चिपके हुए नेताओं में से है। अब आई जिला पंचायत के एक नेता की बारी आए नहीं टलने वाले गैंग के साथ बैठे सामने देखा कि जिला पंचायत के छोटे-बड़े नेताओं की टीम खड़ी है उठे और मिलने चले गए जैसे ही उन्होंने कुर्सी छोड़ी नहीं टलने वाले गैंग से फिर उनके पीठ पीछे खिल्ली उड़ाई,उधर हँसमुख पाण्डेय मय ग्रुप अपने मे लगा रहा। अब गुटबाजी करने वाले नेताओं को कौन समझाए कि ये जो पब्लिक है ये सब जानती है….।
हमर जिला पुलिस.
जिला के पुलिसिंग आधे ले ज्यादा प्रभार में चलथ हे, बछरू मन थाना के बूता ला संभालथ हे दौड़-दौड़ काम ला भी करथे एखर ले परे कुछु मन ता वर्दी पहने के राजनीतिक मा उतर आए हे, एक दूसरे के विकेट गिराए बर आने आने चाल चलथ हवए,विभाग के एक सियान हा बतात रहिस की कारखाना के भरमार वाले एक छोटे थानेदार ता अपन पड़ोसी मन के ही चाई चुगली मा भिड़े हे.
परो नाम के नेता से मितान बद लिए है आउ बड़े मैड़म के बिठाए टीम मा सेंध लगात हे, एहि काम ला भीतर-भीतर थाना ले विदाई लेकर टीम मा आए थानेदार भी करत हे का पता एमन में दिमाग मे का चलथ हवे, बेचारा नाम के बदले बदनाम हुए थानेदार मन बिना कुछु कहे अपना बूता मा लगे है जानथ हे अईसनन नारदमुनि मन ले भीड़ के कोने फायदा नही हे जी ।