मुंह फट

‘रवि शुक्ला’

बुझे चेहरे की मिठास.

भाजपा में नेता और पुराने जमाने में होने वाला कठपुतली नाच एक बराबर होता है। दिखते तो सामने में भाजपा के नेता है लेकिन उनकी डोर किसी और के हाथ में होती अभी ही हाल में शहर में जब पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह आए थे तो ऐसा ही नजारा देखने को मिला। मोदी सरकार की योजनाओं को बता रहे थे।

(हाय रे-मोदी सरकार की योजनाओं का बखान करते रहे डॉक्टर साहब और कोई सोता रहा तो कोई मोबाईल में भिड़ा नजर आया)

जैसे रट्टा मार कर आए हो वैसे भी नए चेहरों की जो बयार चली उससे बड़े नेताओं की हालत पतली हो गई है, चेहरे का रंग उड़े हुए हैं। पार्टी का काम कर तो रहे हैं मगर बे मन से ऐसे बुझे हुए चेहरों को सिर्फ उम्मीद है तो मीडिया से अच्छी इमेज बिल्डअप कर दे तो क्या पता भाग्य चमक जाए। वैसे भी डॉक्टर साहब सीधे सज्जन व्यक्ति हैं व्यवहार कभी किसी से खराब नहीं रहा इस बार तो मीडिया की आवभगत में उन्होंने चासनी घोल दी थी।

सुपर सीएमएचओ बने जीरो.

ज्यादातर सरकारी दफ्तरों को बड़ा बाबू चलाता है। लेकिन कुछ दिन पहले तक जिले की सेहत देखने वाले सीएमएचओ को आंखों का डॉक्टर चलाता रहा। इनको सुपर सीएमएचओ तक कहा जाता था। छोटे से लेकर बड़े फैसले तक स्वास्थ्य विभाग में इन्हीं के नेत्रों से देखकर लिए जाते थे। लेकिन तोड़ी -बोड़ी ऐसी चीज है जो बड़े-बड़ों की ट्यूनिंग फेल कर देती है। पैसा तो डट के कमाए, नया-नया कमाने का रास्ता भी ढूंढा, करोना कॉल तो इन के लिए वरदान साबित हुआ। लेकिन हिस्सा बंटवारा ठीक नहीं रहा और महाजनी खाते में बट्टा लग गया फिर क्या था चुप्पी से सधे मगर तंत्र वाले सीएमएचओ से सुपर सीएमएचओ को विजय नही मिली है उन्होंने वापस आंखों की डॉक्टरी और चश्मे का नंबर सुधारने के लिए भेज दिया गया। इसी को कहते हैं गई भैंस पानी में.

तखतपुर में ठकुराई.

लगथ हे ठाकुर साहब ए दारी तखतपुर न लड़े न जितही,ये तखतपुर में हर कोई कह रहा है इस कदर आतंक मचा है ठाकुरों का यहां पर कि हर जमीन मेरी, हर धंधा मेरा, अरपा की रेत खाकर पहुंचे और अब तखतपुर की जमीन निगल रहे है। बात ऐसे सामने आई जब एक दिन डोजर- डंफर लेकर पहुंच गए थाने की जमीन हथियाने बोले यहां फला-फला होगा। बेचारे पुलिस वाले समझाएं भी यह तो सरकारी जमीन है इसमें थाने के जनउपयोगी भवन का निर्माण होना है। लेकिन कांग्रेस के नेता कहां मानते हैं। ठीक भी है 15 साल बाद सरकार आई है क्या पता फिर आए ना आए,जब तक है दोनों हाथ से बटोर लो, भाई चुनाव में 7 पेटी लगाए हैं तो 70 करोड़ बनना चाहिए ना, लिहाजा प्योर ठकुराई चल रही है।

हमर जिला पुलिस.

जिला मा एक झन नवा नवा आईपीएस साहब आए हे, दु महीना हो गे देहात के थानेदार बने,थाना जात ही बिल्कुल परे रूप,कका हो या काकी,सियान मन ले बड़े आदर सम्मान के साथ गोठियाथे,नेता आउ इलाका के सेठ महाजन के तरफ देखत नई,स्टाफ मन के संगी सब ले बिना आप के बातीच नई करें,कोनो बतात रहिस हे कि कड़क मिजाज मगर भला इंसान हे, थाना ला आए के बाद बढ़िया ले सजा दिए हे रुके बइठे के व्यवस्था, कचरा के सफाई,स्टाफ मन के सोए के लिए खाट आउ जी आने ताने काम ला कर दिए हे स्टाफ कहत हे बढ़िया अफसर आए हे बाकी मन ले बिलकुल परे अब आगे के ता पता नई,अपन रहत-रहत देहात के विकास करे के कोशिश करथ हे, बूता मा भारी व्यस्थ रहत थे,बदमाश मन ता थाना के सीढ़ी चढ़त ले पहली सौ बार सोचथे, कोनो ले आने ताने बात नई आउ शिकायत आत तुरते ध्यान देथे, चलानी कार्रवाई के ता रेलमपेल कर दिए हे, पावर टू पावर गेम के फंडा हे आईपीएस के,नेता हो अफसर या ओखर स्टाफ पुलिसिंग के आगे कोनो ला आड़े आए नई दे,सब मिलाकर के अब्बड़ ईमानदार आईपीएस साहब हे,अइसे अफसर के समाज आउ खासकर खाकी को दागदार बनने से बचाव बर जरूरत हे उम्मीद हे आगे भी तेवर आउ क्लेवर बने रहे ‘OMG NEWS NETWORK’ आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करथ हे।

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