रायपुर. नगर पालिका निगम रायपुर का एक और नया कारनामा सामने आया है. जहां अधिकारियों की सांठगांठ से नगर निगम गार्डन के अंदर में पंडाल लगाकर लर्निंग लेन एजुकेशन सेंटर को कार्यक्रम कराने की अनुमति दे दी है. जो NGT और हाई कोर्ट के निर्देश के ख़िलाफ है. इसके बाद भी अधिकारी बार-बार नियमों को ताक पर रखकर बड़े-बड़े कार्यक्रम कराने की अनुमति दे रहे हैं. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि, क्या अधिकारियों को इसके लिए मोटा कमीशन मिला है क्या ?
बता दें कि रायपुर नगर निगम के सामने गार्डन का लगातार व्यावसायिक उपयोग जारी है. तैयारी में जुटे लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक़ 25 फरवरी रविवार को लर्निंग लेन एजुकेशन सेंटर द्वारा गार्डन में मेला-ठेला नाम से प्राइवेट एग्जीबिशन इवेंट कराया जा रहा है. इस एग्जीबिशन इवेंट में बच्चों और उनके पेरेंट्स द्वारा आर्ट एंड क्राफ्ट का कंपटीशन कराया जाएगा. जिसके रजिस्ट्रेशन शुल्क के साथ स्टॉल बुकिंग कराया गया है. कार्यक्रम आयोजन के लिए गार्डन का एक चौथाई हिस्सा में टेंट लगाया जा रहा है.वहीं लोगों ने सवाल उठाते हुए कहा नगर पालिका निगम रायपुर के पास इतने सारे सामुदायिक भवन हैं, ओपन ग्राउंड हैं. बावजूद गार्डन में निजी संस्थाओं को कार्यक्रम के लिए देना कहीं न कहीं निगम के अधिकारियों के मंशा पर सवाल खड़े कर रहा हैं. लोगों ने सवाल उठाते हुए कहा एक तो शहर में कहीं लोगों का कहना है कि शहर में बैठने उठने के शांति के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. एक गार्डन है उसको भी पहले दुकान खोलकर व्यावसायिक स्थल बना दिया है.अब कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है. तत्काल इस कार्यक्रम पर रोक लगाना चाहिए. यहां शांति से पहले बैठते थे, अब शांति से बैठ भी नहीं सकते. आस-पास के बच्चे यहां खेलते थे, अब कार्यक्रम की वजह से यहां खेल भी नहीं सकते. ये कैसा विडंबना है, जिन अधिकारियों के ऊपर संभालने की ज़िम्मेदारी है गई है वही बर्बाद करने में तुले हुए हैं. नगर पालिका निगम रायपुर के कार्यों को देखकर लगता है कि मानों निगम के अधिकारी जैसे बिल्ली को दूध की रखवाली के लिए कह दिया गया हो.मामले में भाजपा नेता राजीव चक्रवर्ती और विजय झा का कहना है कि एक-दो गार्डन हैं उसमें भी पहले से मेंटनेंस के नाम पर चौपाटी खोल दी गई है. चौपाटी खुलने के बाद गार्डन का सत्यानाश हो गया है, अब हत्या करने की कोशिश हो रही है. अधिकारियों ने परमिशन दिया है, ये घोर निंदनीय है. जो कार्यक्रम के लिए परमिशन दिया गया है, उसको तत्काल हटाया जाए और आगे कोई भी कार्यक्रम गार्डन में न हो इसका ध्यान रखा जाए, नहीं तो धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे.
फोन भी उठाना जरूरी नहीं समझते जिम्मेदार
वहीं इस मामले की जानकारी लेने के लिए जब महापौर एजाज ढेबर को 3 बार फोन किया गया तो फोन उठाना भी मुनासिफ नहीं समझा. न ही बाद में उनके ओर से कोई जवाब मिला.
नगर पालिका निगम रायपुर कमीशनर अबिनाश मिश्रा का कहना है कि, इस मामले की जांच करवाई जाएगी.
पहले भी नियमों को दिखा चुके हैं ढेंगा
इस मामले से पहले भी 10 फुट चौड़ाई 40 फ़ीट लंबाई का नगर पालिका निगम रायपुर के गार्डन के अंदर क्रिकेट सेड बनाया गया था. जिसका ढांचा भी खड़ा कर दिया गया था. मामले को उठाने के बाद तत्काल सेड को हटाए जाने की कार्रवाई की गई थी.