बिलासपुर. नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अंतर्गत करोड़ों रुपए की लागत से बने गरीबों या कहे वैडर्स आबंटन होने वाली गुमटीयां बनकर तैयार रखी है। लेकिन नगर निगम अब तक बांटने में असफल रहा है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अंतर्गत ठेला और फुटपाथ विक्रेताओं को गुमटीयां प्रदान करने की योजना है जो निगम के गैर जिम्मेदार अधिकारियों के कारण फेल साबित हो रही है। इधर निगम आयुक्त का कहना है की ऐसे वैडर्स को गुमटियां देने सर्वे जारी है जो लगभग पूरा हो चुका है और जल्द ही आबंटन शुरू हो जाएगा।
इमलीपारा, मुंगेली नाका सहित अन्य जगहों में गुमटियां बनकर तैयार है। इसके लिए आवेदकों (वैडर्स) ने आवेदन भी जमा कर दिए हैं लेकिन अब तक गुमटीयों का आवंटन नहीं होने के कारण गुमटीयां गायब हो रही है। इमलीपारा रोड पर नगर निगम ने गुमटियां रखी है, ठीक तरह से देखरेख न होने कारण खिड़की दरवाजे गायब हो रहे हैं और शाम होते ही शराबियों को डेरा बन जाता है।
कोरोना काल में बर्बाद हुए छोटे ठेले,व्यापारियों का सहारा बन सकती है गुमटी..
करोना काल ने सभी वर्गों को प्रभावित किया है सबसे अधिक छोटे वर्ग के व्यापारी जो ठेला और फुटपाथ में व्यापार करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनके लिए नगर निगम यदि गुमटियां जल्द से जल्द आबंटित करती है तो वरदान साबित होगा क्योंकि उनका व्यापार कोरोना के कारण छीन गया है। वह अब भी दरबदर भटक रहे हैं। इसके लिए ठेले व्यापारियों ने बड़ी संख्या में आवेदन जमा किए हैं कागजी कार्रवाई भी पूर्ण हो चुकी है लेकिन बिना किसी कारण के अब तक गुमटीयों का आवंटन नहीं किया गया है।
सर्वे लगभग पूरा जल्द होगा आबंटन.. कमिश्नर
इस बारे में नगर निगम कमिश्नर अजय त्रिपाठी ने ‘OMG NEWS’ से कहा कि गुमटियों का आबंटन शहर के वैडर्स को होना है जितने लोगों ने अंशदान किया हैं उनका नाम चढ़ चुका है। बाकी के लिए सर्वे जारी हैं जो लगभग पूरा हो चुका है 100 तक पूरा होते ही एक साथ गुमटियां आबंटित की जाएगी। वही वैडर्स के लिए जगह भी तय करने का काम किया जा रहा है जहां बिना रोक टोक व्यवसाय चल सके। गुमटियों पर शराबियों का डेरा के सवाल पर कमिश्नर ने कहा कि इसका तो कोई हल नही है जहाँ भी निगम प्रशासन की ओर से काम किया जाता है शराबी पहले वहां पहुंच जाते है।