बिलासपुर. डांसिंग प्रतियोगिता में सेलेक्ट होने का झांसा देकर दिल्ली से नाबालिक को छत्तीसगढ़ लाने वाली महिला को चाइल्ड लाइन टीम ने चेकिंग के दौरान नई दिल्ली जाने वाली ट्रेन बरामद किया है। जिसके बाद नाबालिक का बयान दर्ज कर आरोपी महिला को दुर्ग के आईयूसीएडब्लू के हवाले कर कोर्ट में पेश कर दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार नई दिल्ली निवासी नाबालिग के परिजन ने पास के ही थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी उनकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी किसी काजल नाम की महिला के बहलाने पर उसके साथ 19 जनवरी की सुबह कहीं चली गई है। नाबालिक की गुमशुदगी दर्ज कर नारायणागांव नई दिल्ली की पुलिस ने नाबालिग की तलाश शुरू की और इसकी जानकारी से चाइल्ड हेल्पलाइन को भी अवगत कराया। रेलवे स्टेशन स्थित चाइल्ड लाइन की प्रभारी श्रीमती अलका ने बताया कि नाबालिक की तलाश में हमारी टीम हर ट्रेन को चेक कर रही थी। इसी बीच संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में नाबालिक के बताए हुए हुलिए से मिलती-जुलती मासूम दिखी जो एक महिला के साथ थी। दोनों को ट्रेन से उतार कर चाइल्ड लाइन कार्यालय लाया गया और बारी-बारी कर पूछताछ की गई।
नाबालिक में चाइल्डलाइन टीम को बताया कि उसे संगीत डांस कॉन्पिटिशन में नाम सेलेक्ट होने का झांसा देकर अलका अपने साथ दुर्ग ले आई थी। उसे जैसे ही अपने साथ किसी अनहोनी की आशंका हुई तो वह अपने भाई को किसी तरह दिल्ली से वापसी की ट्रेन की टिकट को वट्सप किया। इसी आधार पर चाइल्ड लाइन की टीम ने नाबालिक को संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से बरामद किया।
दुर्ग में मामला दर्ज.
नाबालिक के परिजनों ने नई दिल्ली स्थित चाइल्डलाइन से अपनी बेटी को तलाश में मदद मांगी थी। जिसके बाद चाइल्डलाइन के टीम एक्टिव हुई। इस बीच कई बार नाबालिग के पिता ने उसके मोबाइल नंबर पर संपर्क करना चाहा,मगर हर बार मोबाइल ऑफ ही बता रहा था। वही उसके स्कूल टीचर से भी जानकारी ली गई। लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। नाबालिका के भाई के मोबाइल पर व्हाट्सएप आते हैं पता चला कि वह दुर्ग चली गई है। इसके बाद चाइल्ड लाइन टीम में महिला के चंगुल से नाबालिग को बचा लिया। वही अग्रिम कार्यवाही के लिए गाइडलाइन की टीम में आई.यू.सी.ए.डब्लू की मदद से सारा मामला खोला और आरोपी महिला के खिलाफ दुर्ग के खुर्सीपार थाने में मामला दर्ज करा उसे कोर्ट में पेश कर दिया गया है।