बिलासपुर. नए पुलिस कप्तान संतोष कुमार सिंह ने बुधवार को जिले का चार्ज लिया, सब से पहले एसपी ऑफिस में चार्ज लेने की औपचारिकताओ को पूरा करने के बाद एसपी सिंह ने मातहतों की क्लास ली। जिसके कुछ देर बाद मीडिया से रूबरू हुए। एक अलग अंदाज को लेकर चर्चित एसपी ने पत्रकारों से बातचीत की और सभी सवालों का गंभीरता से जवाब दिया। प्रदेश के दूसरे बड़े जिले का चार्ज लेने के बाद एसपी से पत्रकारों से कहा कि राज्य शासन ने मुझे मौका दिया है मैं अपनी जिम्मेदारी बेहतरी से पूरा करूँगा।
नशा और एक्सीडेंट पर फोकस.
बिलासपुर जिले में पुलिसिंग सब से बड़ा चैलेंज है बातचीत में एसपी ने दो टूक कहा कि जिले में पुलिस के बीच चल रही गुटबाजी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करूंगा। कभी- कभी मोबाईल रिसीव करना मुनासिब नहीं हो पाता इस बात को समझता हूं लेकिन मेरे बाद जो एडिशनल एसपी, सीएसपी, डीएसपी और खासकर थाना इंचार्ज मोबाइल नही रिसीव करते तो अच्छी बात नही है और फिर उनके लिए मैं बैठा हूँ।
जिले में निजात पुलिसिंग बुधवार को एसपी संतोष कुमार सिंह के चार्ज लेते ही शुरू हो गई। बिलासागुड़ी में पत्रकारों से चर्चा से पहले मूलतः यूपी पूर्वांचल के गाजीपुर निवासी 2011 बैच के आईपीएस श्री सिंह सभी पत्रकारों से रूबरू हुए और अपने बारे में बताया, काफी साल बाद ऐसा मौका आया जब नए एसपी ने पत्रकारों का इंट्रोडक्शन लिया। पुलिसिंग को लेकर वन बाय वन उन्होंने अपनी बात क्लियर की, जिसमें क्राइम कंट्रोल, ट्रैफिक की प्रॉब्लम और सब से खास जिले में नशे के कारोबार पर नकेल कसना.
मेरा मानना पहले लोगो से जुड़ना.एसपी
पुरानी घटनाओं का होगा निकाल.
एसपी सिंह ने कहा कि पुरानी वारदातों को देखा जाएगा,गैंगवार की घटनाओं पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अभी तो मै आया हु कब,क्यो और कैसे सभी पहलुओं को देखा जाएगा। नक्सल प्रभावित और मैदानी इलाकों मे शातिर अपराधियों में अंतर के सवाल पर उन्होंने कहा कि नक्सली क्षेत्र में स्थिति अलग होती है वही मैदानी में बिल्कुल अलग जैसे इंडस्ट्रीज जिले ने कोयला, डीजल की चोरी के मामले ज्यादा सामने आते है।
सिक्योरिटी प्लस डेवलपमेंट तभी पुलिस.
पुलिस कप्तान सिंह ने साफ तौर पर कहा कि सिक्योरिटी प्लस डेवलपमेंट तभी असली पुलिसिंग होती है। जमीन में कब्जा संबंधित मामले,थानों में सेटिंग,गुटबाजी और राजनीतिक दवाब के सवाल पर उन्होंने क्लियर किया कि इन सब बातों से अब जिले की पुलिसिंग दूर रहे मेरी पूरी कोशिश होगी।नशे के खिलाफ निजात, कम्युनिटी पुलिसिंग पहली प्राथमिकता होगी।
मीडिया से जुड़ाव और गुस्सा भी.
मालूम हो कि एसपी सिंह के पिता भी पत्रकारिता जगत से जुड़े हैं और सीनियर पत्रकार,जिसके चलते उनका पत्रकारों से काफी जुड़ाव भी है हँसते हुए उन्होंने कहा कि कभी कभी कुछ मीडिया वालो पर गुस्सा भी आता है इसका ये मतलब नही की किसी से कोई दुश्मनी है। पुलिस अफसरों से बाइट-वर्जन और सब से बडी समस्या थानेदारों की फोन नही रिसीव करने की मनमानी पर उन्होंने भरोसा दिलाया कि अब ऐसा नही होगा हर घटना, प्रोग्राम का डिटेल मीडिया तक साझा किया जाएगा।