NIA के आवासीय परिसर का उद्घाटन कल, गृह मंत्री अमित शाह होंगे शामिल…

रायपुर। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) के आवासीय परिसर का गुरुवार शाम 5 बजे उद्घाटन किया जाएगा. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन करेंगे.

ग्वालियर। एशिया के सबसे बड़े शासकीय खेल संस्थान LNIPE ग्वालियर में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इस कॉन्फ्रेंस को राष्ट्रीय शिक्षा नीति और विजन 2047 का नाम दिया गया है। 14-15 मार्च को होने वाली दो दिवसीय इस इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में दुनिया भर से एक्सपर्ट शामिल होंगे। साथ ही 150 से ज्यादा स्कॉलर अपने रिसर्च पेपर को भी इस कांफ्रेंस के सामने रखेंगे। कार्यक्रम में मशहूर फिल्म एक्टर और भारतीय रग्बी एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल बोस मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

ग्वालियर के लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान के द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं विजन 2047 विषय को लेकर अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। जहां अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ अपना व्याख्यान देंगे। यह कॉन्फ्रेंस भारत सरकार के युवा एवं खेल मंत्रालय की देखरेख में आयोजित की जा रही है।

खेल मंत्रालय के प्रतिनिधिमंडल भी रहेंगे मौजूद

कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य है कि खेल और शारीरिक शिक्षा के पाठ्यक्रम को देश की सभी संस्थाओं में समान लागू किया जाए। यही वजह है कि कॉन्फ्रेंस के दौरान खेल मंत्रालय के प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद रहेंगे। कॉन्फ्रेंस के दौरान विश्व भर के विख्यात विषय विशेषज्ञ एक साथ एक मंच पर शामिल होंगे।

इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के एक्सपर्ट होंगे शामिल

कॉन्फ्रेंस में फिटनेस एक्सपर्ट, स्पोर्ट ब्रॉडकास्टर, कॉरपोरेट सेक्टर के ऑफिशल पॉलिसी मेकर्स एक साथ चर्चा करेंगे और इस कांफ्रेंस के जरिए एक श्वेत पत्र बनाकर खेल मंत्रालय को देंगे ताकि पूरे देश में इसको लागू करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा सके। खास बात यह है कि LNIPE के इतिहास में पहली बार यह कॉन्फ्रेंस होने जा रही है। जिसमें इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्राजील, मलेशिया, फ्रांस, फिलिपींस और बेल्जियम के 10 जाने माने एक्सपर्ट एक मंच पर होंगे।

PM मोदी के विजन को हासिल करने में मिलेगी मदद

यही वजह है कि खेल संस्थान की कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर इंदु बोरा का कहना है कि देश के अंदर शारीरिक शिक्षा को बढ़ावा देने में इस अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का महत्वपूर्ण योगदान साबित होने जा रहा है, जिसके जरिए पीएम मोदी का विजन-2047 को लेकर जो संकल्प तैयार हुआ है, उसको पूरा करने में मदद मिलेगी।

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