गरियाबंद. संत पवन दीवान के बाद अब संत गोवर्धन शरण व्यास को क्षेत्र की जनता चुनाव लड़ाना चाहते हैं. संत पवन दीवान को संसद तक पहुंचाने के बाद अब चतुर्भुज सिरकट्टी आश्रम के प्रति आस्था रखने वाले न केवल अनुयाई बल्कि आम मतदाता और संघ के कई बड़े नेता भी चाहते हैं कि इस बार महासमुंद लोकसभा क्षेत्र से संत गोवर्धन शरण व्यास को टिकट मिले. बताया जा रहा कि संभावित प्रत्याशियों की सूची में इस संत का नाम सबसे पहले नंबर पर है.
विधानसभा चुनाव के समय से ही संत गोवर्धन शरण के अनुयायी संत को राजनीति क्षेत्र में लाने लगातार मांग करते आ रहे हैं. पार्टी के आंतरिक सर्वे से लेकर सामाजिक संरचना में भी संत सटीक बैठते दिख रहे हैं. संत की दावेदारी पर विचार करने के कई वजह हैं, जो भाजपा के नए पैरामीटर में सटीक बैठता दिख रहा है.
संत के कई अनुयायियों से हमने संत को राजनीति में लाने के पीछे की वजह पूछा तो जवाब में बोले कि यूपी में योगी आदित्यनाथ जैसे मुख्यमंत्री न थे न मिलेंगे. सन्यासी जब राजा बनता है तो वो निस्वार्थ भाव से सर्वांगीण विकास करता है. वहीं लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर संघ के करीबी