मस्तूरी.भारतीय जनता पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 77 सीटों से अपने उम्मीदवारो की सूची जारी कर दिया है।प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद से ही असंतोष का माहौल है। बात अगर मस्तूरी विधानसभा की जाए तो यहां हालात ये हैं कि लोग अपना गम और गुस्सा सोशल मीडिया पर जाहिर कर रहे हैं।
यौन शोषण के आरोपो से घिरे पूर्व मंत्री पर जताया भरोसा..
भाजपा की ओर से जारी की गई 77 नामो की सूची जारी करने के बाद स्थिति स्पष्ट हुई मस्तूरी से पार्टी ने पूर्व मंत्री डॉ कृष्णमूर्ति बाँधी को प्रत्याशी घोषित किया है कार्यकर्ताओं में इस बात का रोष है कि पार्टी ने समर्पित लोगों को दरकिनार कर दागी और हारे हुए प्रत्याशी को टिकिट दी है जिन पर यौन शोषण सहित कई गंभीर आरोप लग चुके है ।
मस्तूरी में हुई गुप्त बैठक..
पार्टी सूत्रों ने दावा किया है कि मस्तूरी में एक गुप्त बैठक हुई है जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओ ने मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को हराने का फैसला लिया है सूत्रों ने दावा किया है कि इस बैठक में मंडल के कद्दावर कार्यकर्ता शामिल हैं। एक पार्टी सूत्र ने बताया कि डॉक्टर बांधी का व्यवहार कार्यकर्ताओं के साथ ठीक नही है साथ ही महिलाओ के बीच भी वह अपनी जगह नहीं बना पाए है देवरी,पन्धी,सीपत सहित मस्तूरी की महिलाओ व महिला संगठनों के बीच उनकी छवि खराब बेहद खराब होने के साथ
महिलाओं में भय का माहौल है।
कई मंडलो में भी स्थिति गड़बड़..
सातो मण्डल सहित मस्तूरी,सीपत,खड़ा,बिटकुली,टेकारी,बोहारडीह, लोहर्षि,भरारी की बात करें तो सभी जगह स्थिति गुस्से से भरपूर है। यहां के कार्यकर्ता पूर्व मंत्री को किसी हाल में अपना नेता नही चुनना चाहते उनकी निष्क्रियता और समय से क्षेत्र में अधूरे पड़े काम से लोग नाराज है।
हालांकि बाँधी के करीबियों का कहना है कि आरोप निराधार है। पार्टी की ओर से घोषित किए गए उम्मीदवार मिलनसार है
रही बात इलाके में ना रहने की तो उन्हें संगठन से भी जुड़े काम करने होते हैं जिसके चलते कई बार वो क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाते लेकिन स्थानीय कार्यकर्ता उनके साथ है कार्यकर्ताओ का मानना है कि महिलाओं के बीच वोट मांगने कैसे जाए
क्योकी डॉक्टर बाँधी को लेकर एक रेपिस्ट की छवि लोगो के मन मे है।बीजेपी एक ओर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है दूसरी ओर महिलाओं के शोषण करने वाले को टिकिट देकर अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है।