सूर्यकांत वाद्यकार.. लोरमी. चार दिनों से हो रही लगातार बारिश से मनियारी नदी में आई बाढ़ से किसी अनिष्ट की आशंका से नगर प्रशासन ने कुछ समय के लिए पुल पर से आवाजाही को रोक दी है। दोपहर बाद स्थिति को सामान्य किया गया। पिछले चार दिनों से आसमान में बादल छाया हुआ है,जो प्रतिदिन तेज से मध्यम गति से बरस रही है। सोमवार को पूरे दिन मध्यम वर्षा के बाद शाम को तेज गर्जना के साथ ही तेज बारिश हुई जो रात भर जारी रही । चार दिनों से हो रही बारिश से नगर की मनियारी नदी ,नहर, नाले सहित शिवघाट और कई मोहल्ले जलमग्न हो गए है।
तेज बारिश के बाद मनियारी नदी में आई बाढ़ को देखने के लिए सुबह से लोगों की भीड़ पुल और नदी के आसपास लग गई,वहीं नगर प्रशासन के अधिकारी एसडीएम एवम् पुलिस बल और कांग्रेस और बीजेपी के लोग भी सुबह पहुंच गए। अधिकारियों ने सबसे पहले पुल के दोनों ओर बैरिकेड लगाकर आवाजाही को रुकवा दिया और लोगो से कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए भीड़ नहीं लगाने की बात कही और वापस जाने को कहा , लेकिन लोग नहीं मान रहे थे। इसके बाद अधिकारी ने कड़ा निर्णय लिया और लोगों के वापस नहीं जाने पर लाठीचार्ज करने की बात कही इसके बाद पुल के पास भीड़ कम हुई। दोपहर तक स्थिति थोड़ी सामान्य होने के बाद आवाजाही को शुरू कर दिया गया।
बारिश के कारण शिवघाट भी पूरी तरह से जलमग्न हो गया था और यहां के कुंड सहित मां नर्मदे का मंदिर भी लगभग डूब गया था। यहां भी लोगों की भीड़ लग गई थी। नगर ग्रामीण क्षेत्र रेहुटा की भी यही स्थिति थी और चेकडैम डूब गया था। पानी के तेज बहाव और बाढ़ के बाद भी युवक नदी में छलांग लगा रहे थे। लगातार हुई बारिश के कारण खेतों में भी पानी भर गया है,इससे किसानों मेढो को फोड़कर खेतों से अतिरिक्त पानी को निकाल रहे थे। शिवघाट के पीछे पुतुपारा मोहल्ला पूरी तरह से भर गया था, यहां के लोगों को प्रशासन ने ट्रैक्टर से निकाला।