बिलासपुर.फर्जी तरीके से टीए की राशि विड्राल करने के मामले में पुलिस ने अपने ही विभाग की एक महिला एसआई पर शिकंजा कसा है. देर रात उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इधर इस महिला एसआई की गिरफ्तारी के बाद विभाग में बमचक मचा हुआ है.इसके मद्देनजर पुलिस अफसर बयान देने से बच रहे हैं.
मिली जानकरी के अनुसार एसपी आफिस मे पदस्थ एसआई राजकुमारी किंडो पर फर्जी तरीके से टीए बिल विड्राल कर करीब 15 लाख की राशि इधर उधर करने का आरोप लगा था.मामले का खुलासा होते ही तत्कालीन आईजी पुरुषोत्तम गौतम ने मामले की जांच का जिम्मा एएसपी अर्चना झा को सौंपा. इघर जांच में महिला एसआई पर लगे आरोप सही पाए गए हैं.बताया जाता है की कुछ वर्ष पूर्व महिला एसआई राजकुमारी किंडो द्वारा एसपी आफिस और थाने के पुलिस कर्मियों को मिलाकर करीब 35 लोगो का फर्जी तरीके से टीए बिल पेश कर 15 लाख रुपये की हेराफेरी की गई थी जब ये बात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष आई तो विभाग मे बवाल मच गया. आनन फानन में मामले की जांच कराई गई. वहीं देर रात महिला एसआई को हिरासत में लिया गया है. एएसपी और पुलिस प्रवक्ता नीरज चन्द्राकर समेत कुछ अन्य अधिकारी महिला एसआई की गिरफ्तारी होना तो जरूर बता रहे हैं. मगर फिलहाल मामले की पूरी जानकारी देकर बयान देने से कन्नी काट रहे हैं.
जब महिला एसआई ने मचाया शोर..
देर रात सिविल लाइन थाने की एसआई किरण राजपूत एवं स्टाफ जब एसआई किंडो के घर पहुंची और कहा कि एसपी साहब बुला रहे हैं. फिर सीधा थाने में बिठा दिया गया. मामला भांपते ही एसआई किंडो जोर जोर से शोर मचाने लगी. इसके बाद उसे वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर सिविल लाइन थाने के बाजू में बनी एक बिल्डिंग में रख कर शांत कराया गया. पुलिस महिला एसआई पर धारा 420 के तहत जुर्म दर्ज कर जल्द उसे कोर्ट रवाना करने की तैयारी में लगी हुई है. फिलहाल इस मामले में महिला एसआई को गिरफ्तार करने की पुष्टि पुलिस अधिकारी नही कर रहे है.
दो अफसरों की गिरह बान बची ..
महिला एसआई को गिरफ्तार तो पुलिस ने कर लिया मगर अब भी डर बना हुआ है की कहीं वह उन दो आईपीएस अफसरों के नाम ना उगल दे जिनकी जानकारी में पूरा अपराध हुआ है . तब एक रेंज के आईजी थे तो दूसरे जिले के पुलिस कप्तान रहे हैं. वैसे पुलिस ने इन दोनों अफसरों का नाम जाँच में दबा दिया है.
शानदार