बिलासपुर. तहसील ऑफिस के लोक सेवा केंद्र बिल्डिंग में शुक्रवार को दिन भर रिश्वतखोर आरआई संतोष देवांगन ट्रेप कांड में नया अपडेट सामने आ रहा है। तोरवा स्थित एक गुरु जी की जमीन का सीमांकन करने बार बार डेट आगे बढ़ाने फिर रुपयों की डिमांड से परेशान होकर गुरु जी ने आरआई को एसीबी के हवाले कर दिया।
‘ OMG NEWS NETWORK’ मिल रही जानकारी के अनुसार तोरवा जे जे हॉस्पिटल के पास रहने वाले पेशे से गुरु जी प्रवीण प्रसाद तरुण की किसी बिल्डर ने जमीन को दबा दिया है। जिसके सीमांकन के लिए गुरु जी तहसील ऑफिस में आरआई संतोष देवांगन का बीते कुछ समय से चक्कर लगा रहा था। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी गुरु जी तोरवा और जूना बिलासपुर में पदस्थ रह चुके आरआई का सीमांकन करवाने को लेकर माथा टेक चुका है। इसके बाद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।
इधर आरआई संतोष देवांगन ने भी पिछले आरआई वाला रवैया अपनाया और गुरु जी को जमीन सीमांकन को लेकर तारीख पर तारीख देने लगा और काम के एवज में रिश्वत की मांग की थी।
तहसील ऑफिस की कारगुज़ारी से परेशान होकर आखिरकार गुरु जी को एंटी करप्शन ब्यूरो की शरण में जाना पड़ा और आरआई देवांगन पर उसने रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई कराई थी। जिसके बाद आज एसीबी ने आरआई संतोष देवांगन को ट्रेप कर लिया।
एक लाख कैश जप्त.
आज तहसील ऑफिस में दिनभर चली एसीबी की कारवाई से हड़कंप तो काफी मच गया है। तहसील का चक्कर काटने वाले ऐसी उम्मीद लगा रहे हैं कि अब आने वाले दिनों में यहां रिश्वतखोरी का चढ़ावा लेना बंद हो जाएगा। लेकिन यह तो वक्त ही बताया कि एसीबी की कार्यवाही कितनी कारगर साबित होगी इधर आरआई देवांगन से एसीबी ने एक लाख कैश जप्त कर उसे सिविल लाइन पुलिस की कस्टड़ी में दिया गया है जहां से शनिवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कॉलोनाइजर भी जिम्मेदार.
ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि गुरु जी की जे जे हॉस्पिटल तोरवा स्थित जमीन को एक कॉलोनाइजर ने कॉलोनी बनाने के दौरान अपने हिस्से में ले लिया है जिसके सीमांकन को लेकर गुरु जी तहसील ऑफिस के चक्कर काट रहा था। कुल मिलाकर यह तो साफ हुआ कि तहसील ऑफिस की अफसरी के बल बूते शहर और आसपास के कॉलोनाइजर फल फूल रहे हैं लेकिन आम आदमी का यहां कोई वजूद नहीं है।