कोरिया. डिस्ट्रिक्ट जज के बंगले में कर्मचारी की लाश मिलने से जिले में सनसनी फैल गई। मृतक जज के बंगले में भृत्य था। इधर लाश मिलने के बाद इस बात को लेकर चर्चा जोरों पर है कि आखिर कर्मचारी की मौत कैसे हुई वही मृतक के भाई ने जज के ऊपर ऐसे सनसनीखेज आरोप लगाए हैं कि जिससे सुन पुलिस के कान भी खड़े हो गए हैं।
जिले के डिस्ट्रिक्ट जज ओपी गुप्ता के सरकारी बंगले में कर्मचारी महमूद आलम कचहरी पारा बैकुंठपुर निवासी की लाश मिली मिली है। मृतक जिला कोर्ट बैकुंठपुर में भृत्य पद पर पदस्थ था। मृतक के भाई महफूज आलम ने जो बताया उससे पूरा कोरिया जिला सन्न है उसने जज पर आरोप लगाया है कि तीन दिवस पूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा अपने बंगले पर कुत्ते की तबीयत खराब होने का हवाला देकर बुलाया गया था और मृतक घर पर रहकर ही आना जाना कर काम करता था। जज के बोलने पर वह 2 दिनों से सरकारी बंगले पर रुक रहा था।
महफूज आलम ने बताया कि उसके भाई को जज अपने पालतू कुत्ते के पास जबरन सुलाते थे मृत्यु से पूर्व महमूद आलम ने भाई को बताया था कि उसकी जिंदगी कुत्ते से भी बदतर हो गई जज के आदेश का पालन नहीं करने पर जज द्वारा उसे नौकरी से निकाल देने की धमकी दी जाती थी वही डांट डपट कर गाली गलौज का सिलसिला भी चलता था छुट्टी मांगने पर छुट्टी नहीं मिल मिलती थी और उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था शनिवार की सुबह जज का ड्राइवर ओम प्रकाश मिंज करीब 8:30 बजे आया और उसने बताया कि उसे जज साहब जरूरी काम से बुला रहे हैं बंगले पहुंचते ही जज ने उसे बताया कि तुम्हारे भाई आलम की मौत हो गई है उसकी बॉडी बंगले में पड़ी है मैंने जाकर देखा तो कुत्ते के बांधने वाली जगह पर मेरे भाई का की बॉडी पड़ी हुई थी।
चीफ जस्टिस से न्याय के लिए लगाई है गुहार..
मृतक के भाई को आशंका है कि इस घटनाक्रम की सही तरीके से जांच नहीं होगी संदिग्ध अवस्था में मिली उसके भाई की लाश को लेकर वो काफी को अचरज में है पीड़ित ने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस के नाम एक पत्र लिखा है जिसमें सारे सारे घटनाक्रम की जानकारी जानकारी का उल्लेख कर निष्पक्ष जांच की मांग की है।