बिलासपुर. कानन पेंडारी मिनी जू में लायन के केज में कूदे युवक को सिर्फ 6 मिनिट में जू की महिला कीपर डिप्टी रेंजर सुखबाई कंवर ने मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया। इस घटना की खबर मीडिया में जोरो पर चल रही है ‘OMG NEWS’ को मिली जानकारी के अनुसार युवक ग्रेजुएट है और उसकी मानसिक हालत ठीक नही है।कानन जू में इंटर करते ही वह बैटरी व्हीकल में सवार हुआ और सीधा लायन के केज के पास ले जाने को कह रहा था। जैसे ही युवक वहां पहुचा पलक झपकते ही उसने लायन के केज में इंट्री मार दी वो तो गनीमत है डीएफओ कानन पेंडारी विष्णु नायर (आईएफएस) की चाक चौबंद का जिसके कारण जू के स्टाफ की नजर युवक पर पड़ी और तत्काल महिला डिप्टी रेंजर को अवगत करा युवक को सकुशल बाहर निकाला और सिरफिरे को भीड़ ने घेरकर खूब खरी खोटी सुनाई।
छुट्टी के कारण जू में थी जमकर पर्यटकों की भीड़.
शनिवार को महाशिवरात्रि की छुट्टी होने के चलते कानन पेंडारी जू में भ्रमण करने वाले सैलानियों की काफी भीड़ थी। सैलानी यहां पिकनिक मनाने व जानवरों को देखने आए थे। सैलानी केज में रखे वन्य प्राणियों को देख ही रहे थे। इसी बीच सैलानियों में से एक 36 वर्षीय युवक लायन के केज के पास लगे बेरिकेट के पास पहुंचा और देखते ही देखते अचानक बेरिकेट को पारकर अंदर कूद गया। युवक को अंदर कूदता देख मौके पर मौजूद लोगों ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया। इस केज में 5 नर व मादा शेर थे।जिनमें से एक नर लायन बादल बाहर टहल रहा था व चार नर व मादा लायन केज के अंदर थे। युवक को पिंजरे में कूदा देख वहां आसपास मौजूद भीड़ हल्ला मचाने लगी। लायन व युवक के बीच की दूरी मुश्किल से 20 मीटर की थी। शोर सुनकर वहां ड्यूटी कर रहे जू कीपर सोनू, मुकेश व रमेश केज के पास पहुंच गए। साथ ही कानन पेंडारी की डिप्टी रेंजर सुखबाई कंवर भी मौके पर पहुंच गई। उन्होंने बड़ी होशियारी से इशारा कर लायन बादल को चिल्लाना शुरू कर दिया। महिला डिप्टी रेंजर सुखबाई कंवर की आवाज सुन शेर बादल केज के अंदर पहुंच गया। इस काम में उनकी मदद जू कीपर सोनू, मुकेश और रमेश भी कर रहे थे। उन्होंने लायन के अंदर जाते ही युवक को बाहर निकाला।
युवक की पहचान बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित अंबेडकर नगर निवासी 36 वर्षीय युवक कुंतल थेमपे के रूप में हुई। युवक के परिजनों ने उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं होने की बात कही। साथ ही उसका उपचार चलने की जानकारी दी। फिर भी इस लापरवाही के लिए युवक पर जू प्रबंधन ने दस हजार का जुर्माना लगाया है। इस संबंध में जू के अधिकारियों का कहना है कि वन कर्मियों की तत्परता से युवक को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। यह कार्य केवल 6 मिनट के अंदर हुआ। यदि थोड़ी सी चूक होती तो शेर के हमले से युवक की जान जा सकती थी।