बिलासपुर.भले ही कानन पेंडारी प्रबंधन इस बात से इंकार कर रहा है मगर रतनपुर के बूढ़ा महादेव मंदिर कुंड मे सफाई के दौरान मिले दुर्लभ कछुए ने भूख की वजह से आखिरकार दम तोड़ ही दिया।पीएम के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
बूढ़ा महादेव मंदिर के कुंड से सफाई के दौरान मिले करीब 50 वर्ष पुराने और 30 किलो वजनी कछुए की मौत हो गई।बताया जाता है कि कानन पेंडारी प्रबंधन ने उसे जब से महामाया मंदिर के कुंड में डाला कछुए को उचित आहार नही मिल रहा था जिसके चलते भूख से उसने दम तोड़ दिया।इस बात की पुष्टि कछुए का पीएम करने वाले डॉक्टर शशि सिंह ने की है उन्होंने बताया कि उसकी जगह बदलने से ठीक तरह से कछुआ खा नही रहा था रतनपुर मंदिर परिसर के कुंड मे उचित आहार नही मिलना मौत की वजह बनी है और उसके दांत भी घिस गए थे ।पीएम के दौरान भी कछुए का पेट खाली पाया गया इधर इस घटना के बाद कानन पेंडारी प्रबंधन ने कछुए की मौत को सामान्य मौत बता रहा है।