बिलासपुर. श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर खाटू श्याम मंदिर में जन्मोत्सव की पूर्व संध्या से भजनों ने समा बांधा अलौकिक श्रृंगार से सजे बाबा श्याम की एक झलक पाने भक्त मंदिर के भीतर का मनमोहक माहौल देख नाचते झूमते कतारबद्ध बारी बारी कर दर्शन करते रहे। घोंघा बाबा मंदिर परिसर में बारिश की फुहारों के बीच भी भक्तों का रेला कम होने का नाम नही ले रहा था। भजन की शुरुआत श्री गणेश वंदना से की गई।
जिसके बाद शहर के गायक अजय शर्मा, दीनू शर्मा और श्याम दीवाना इशू ने पार्वती के मना के हारी भोले आ गए है,बाके बिहारी नजर न लग जाए,बोल श्याम प्यारे की,आएगा -आएगा लीले चढ़ संवारा आएगा,हम हारे हारे हारे हम बाबा के सहारे और वृंदावन,राजस्थान के खाटू श्याम जी व देश के अलग अलग तीर्थ स्थलो के देवी देवताओं की जयकारे और सुंदर भजनों से बाबा के कीर्तन का रसपान कराया। इधर मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी बाहर से लेकर भीतर तक भक्तों के दर्शन और प्रसाद की व्यवस्था संभाले हुए थे।
और शहर के लाल दीनू शर्मा का यह भजन.
गायक दीनू शर्मा के तेरे दर पे आ के मुझे क्या हुआ है ये तू जानता है या मैं जानता हूं,भजन के गुनगुनाते ही सभी भक्त एक लय में तालियों की गड़गड़ाहट के साथ भजन में ताल से ताल मिलाने लगे। कोविड की महामारी के बाद जन्माष्टमी के अवसर पर लगे श्याम दरबार में भक्तों की भीड़ किसी मेले से कम नही थी।
जुबा पर सुप्रसिद्ध हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा की पंक्तिया और हाथों मे लड्डू गोपाल लिए सभी कन्हैया तू जाने तेरा काम जाने मंदिर हॉल में नैया के खेवइया का नाम लेकर सराबोर रहे। संवारे जब तू मेरे साथ है संवारे सिर पे तेरा हाथ है, हर दम बनाए रखना अपनी कृपा का साया कृपा एक पल भी न रूठे प्रेम की डोर न टूटे,जगत जंजाल सब टूटे तेरा दरबार न छुटे की विनती सभी भक्त अपने ठाकुर से करते रहे।
ट्रस्टियों ने मिलाया ताल से ताल.
भजन के बीच एक मौका ऐसा भी आया कि व्यवस्था में लगे मंदिर ट्रस्ट के सचिव अनिल अग्रवाल ने अपने साथी पदाधिकारियों कमल सोनी,अनूप अग्रवाल,श्री भोला के संग माइक को थामा और भजनों की बयार के बीच खुद गायक शर्मा के साथ ताल से ताल मिलाते रहे। सभी ने नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की,बचपन का ये गाना भूल नही जाना रे,इनके बांके बिहारी लाल थारी याद सतावे है,तेरी हा हम तो बधाई लेके के आंएगे,बधाई हो बधाई हो व अन्य भजन प्रस्तुत कर बाबा श्याम को रिझाया।
जमकर हुई मंदिर में सजावट और नन्हे कलाकारों में पेश किया हर हर महादेव.
श्री कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर खाटू श्याम मंदिर को बाहर से लेकर भीतर तक जमकर सजाया गया था। हर बार की तरह इस बार भी मंदिर किसी दुल्हन की साज-सज्जा से कम नहीं लग रहा था।
(गायकों के भजन संग नेत्रहीन बच्चों की पेशकश सुनने के क्लिक करें.)
भजन के बीच दो नेत्रहीन भाई बहन ने अभी का प्रचलित भजन हर-हर शंभू गाने की पेशकश की, जिसके बाद दोनों ने सूर बढ़-चढ़कर सुर मिलाया और भोलेनाथ को याद किया। इन नेत्रहीन भाई बहन के भजन को सभी ने बड़े ध्यान से सुना और सराहा।