बिलासपुर. कोरोना वायरस की जंग के बीच बिल्हा के सीएमओ पर बीते एक साल से प्लेसमेंट कर्मचारियों के नाम पर लाखों रुपए की राशि आहरण कर फर्जीवाड़ा करने का गंभीर आरोप लगा है इधर मामला सामने आने के बाद क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने सीएमओ के कारगुजारियों की शिकायत प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री से लेकर तमाम अफसरों से कर जांच की मांग की है।
बिल्हा के वार्ड नं 1 निवासी गोल्डी पंजवानी बिल्हा के मुख्य नगर पालिका अधिकारी ए. एक्का पर पिछले एक साल से प्लेसमेंट कर्मचारियों के नाम पर शासन को धोखे में रख लाखों रुपए निकाल कर गबन का आरोप लगाया है राज्य के नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया से की गई शिकायत में गोल्डी पंजवानी ने बताया है कि कोविड 19 के दौर में दानदाताओं द्वारा दिए गए राशन,नगद राशि को सीएमओ ने अपने प्लेसमेंट कर्मचारियों के साथ मिलकर गबन कर दिया गया है जब इस मामले की भनक क्षेत्र के नगर पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष समेत पार्षदों को लगी तो सब ने मिलकर सीएमओ की शिकायत उच्च अधिकारियों से की मगर नतीजा शून्य निकला क्योंकि इस फर्जीवाड़े में खुद सीएमओ एक्का शामिल है। पीड़ित पंजवानी का कहना है कि जब इस मामले की जांच की बात को लेकर वह सीएमओ के पास गया तो अपने पद का दुरुपयोग कर उन्होंने अपशब्दों का प्रयोग कर एक बाहरी मुल्क का बोलकर वापस वही भिजवा देने की धमकी दी।
देखते रहे जनप्रतिनिधी..
सीएमओ एक्का के रूठे पन का शिकार हुए गोल्डी पंजवानी का आरोप है कि राशि गबन के फर्जीवाड़े के जांच की बात पर सीएमओं इतना तमतमा गए कि उन्होंने नगर पंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष और पार्षदों के सामने की युवक को धमकाना शुरू कर दिया पीड़ित ने नगरीय प्रशासन मंत्री को सीएमओं की कारगुजारियों को लेकर लिखी शिकायत में सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि सीएमओ ने प्लेसमेंट कर्मचारियों आड़ में कोविड 19 के नाम पर शासन की राशि की चोरी की है। वही पीड़ित का कहना है कि मुझे और परिवार को सीएमओ एक्का के व्यवहार से काफी ठेस पहुंची है और जान माल का खतरा बना हुआ है।
सीएमओ का फोन नही हुआ कनेक्ट..
बिल्हा के सीएमओ ए.एक्का पर लगे गंभीर आरोप को लेकर पक्ष जानने उनके पर्सनल मोबाइल नंबर पर कई बार कॉल किया गया मगर उनका फोन कनेक्ट नही हुआ।