नारायणपुर. देश दुनिया में शांति का पैगाम देने के लिए फिर अबूझमाड़ पीस मैराथन का रंग जमने लगा है। इसके चौथे सीजन का आगाज 27 मार्च को हो रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और माड़ मैराथन समिति के सदस्यों के द्वारा पत्रवार्ता कर टी शर्ट,पोस्टर और प्रमोशन वीडियो का विमोचन किया गया। समिति के अध्यक्ष सुनील राठौर ने बताया कि नगरवासियों की पहल पर इस बार माड़ मैराथन का चौथा सीजन पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 16 वी बटालियन के द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग के तहत इस कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाई जा रही है।
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव रजनु नेताम, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवनाथ उसेंडी, जनपद पंचायत के अध्यक्ष पंडिराम वड्डे, जिला व्यापारी संघ के पूर्व अध्यक्ष कमलजीत आहूजा,अध्यक्ष पंकज जैन,सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष सोनू कोर्राम,अबुझमाड़िया समाज के प्रताप मंडावी, रामजी ध्रुव,माड़ मैराथन समिति के अध्यक्ष सुनील राठौर,16 वी बटालियन के कमांडेंड जितेंद्र शुक्ला समेत समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे। सभी ने बताया कि तीन साल के आयोजन में मैराथन दौड़ ने पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। शांति का संदेश देने के लिए 27 मार्च को मैराथन का आयोजन किया जा रहा है।
इनामों की होगी बौछार.
मैराथन दौड़ में फस्ट रैंक आने वाले विजेताओं को मैडल और 1 लाख 21 हजार रूपए की नकद राशि से नवाजा जाएगा।। वही सेकेंड रैंक को 61 हजार रूपए और थर्ड रैंक प्राप्त करने वाले विजेताओं को 31 हजार रूपए की नकद राशि और मैडल से पुरस्कृत किया जाएगा। मैराथन दौड में 10वा स्थान प्राप्त करने वालों को भी पुरस्कृत करने के साथ ही नारायणपुर जिले और ओरछा विकासखंड के 10 पुरूष वर्ग और 10 महिला वर्ग को भी मैडल और 5-5 हजार रूपए की नकद राशि देकर सम्मानित किया जाएगा।
तीसरे सीजन में देश भर के धावकों ने जमाया रंग
तीसरे संस्करण में छत्तीसगढ़ समेत देश के विभिन्न राज्यों के 11797 धावकों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया था। मैराथन दौड़ सवेरे 6 बजे जिला मुख्यालय के उच्चतर माध्यमिक विधालय मैदान से शुरू की जाएगी।
दौड़ का मकसद माड़ में पूर्ण शांति का पैगाम देना है। अबूझमाड़ में पहले से ज्यादा शांति हुई है। अब यहां के लोग विकास और सिर्फ विकास चाहते है। नारायणपुर जिला अब धीरे-धीरे नक्सल खौफ से उभरने लगा है। इस धरती पर राज्य और राज्य के बाहर के लोग और खिलाड़ी बेखौफ, बिना डर, भय के अपने खेल का उम्मदा प्रदर्शन करने हमेशा व्याकुल रहने लगे है। यह जिले वासियो के लिए खुशी की बात है।
कमांडेंट शुक्ला का प्रयास.
मालूम हो कि वर्ष 2019-20 में घोर नक्सल प्रभावित जिले नारायणपुर के पुलिस कप्तान और वर्तमान में 16वी बटालियन के कमांडेंट जितेंद्र शुक्ला के अथक प्रयासों से जिले ने अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन का आगाज हुआ था। श्री शुक्ला ने इसे माड़,जिसे बस्तर के नारायणपुर जिला का अबूझमाड़ कहा जाता है बिना डरे उसके करीब लाना था। विशेषकर इस विचारधारा को तोड़ना मुख्य उद्देश्य था कि अबूझमाड़ घोर नक्सल प्रभावित है इसे समय का फेर ही कहा जाए कि जितेंद्र शुक्ल के कंधों पर16वी बटालियन का कामकाज है। माड़ की खूबसूरत वादियों और बस्तर के शांत जीवन शैली को लोगो तक पहुचाने उनका आइडिया काम कर गया और आज अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन ने नेशनल लेबल पर अपनी जगह बना ली है।