लोकसभा में एक देश, एक चुनाव बिल पेश कर दिया , विपक्ष ने बिल का विरोध करते हुए इसे भारत के संघीय़ ढांचे पर हमला करार दिया

 केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ‘वन नेशन-वन इलेक्शन बिल’ आज लोकसभा पेश कर दिया है। केंद्रीय कानून मंत्री ने लोकसभा के पटल पर एक देश, एक चुनाव के लिए 129वां संविधान संशोधन बिल पेश किया। बिल पर लोकसभा में चर्चा हो रही है। वहीं विपक्ष शुरू से ही वन नेशन वन इलेक्शन बिल का विरोध कर रही है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस पर पलटवार किया है।

मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन देश के लिए जरूरी है। आजादी मिलने के बाद वन नेशन वन इलेक्शन ही था। एक राष्ट्र एक चुनाव का मुद्दा देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करने के लिए कोई भी वैध बिंदु पेश नहीं कर पा रही है।

रिजिजू ने आगे कहा कि कांग्रेस का कहना है कि यह असंवैधानिक है और संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाता है। जब देश को आज़ादी मिली तो वन नेशन वन इलेक्शन ही था। जब नेहरू जी प्रधानमंत्री थे तब तो यही था, तो कांग्रेस क्या कहना चाहते हैं कि नेहरू जी असंवैधानिक है हिम्मत है तो बोलें।

ईवीएम पर सवाल उठाए जाने दिया जवाब

विपक्ष द्वारा ईवीएम पर सवाल उठाए जाने पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “देखिए, ईवीएम के बारे में मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि 2004 में कांग्रेस की सरकार ईवीएम के जरिए सत्ता में आई थी। 2009 में कांग्रेस ने फिर ईवीएम के जरिए चुनाव जीता और सत्ता में आई। अभी भी कुछ राज्यों में कांग्रेस सत्ता में है. संसद में जो सदस्य चुनकर आए हैं, वे ईवीएम के जरिए आए हैं। 

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