गरियाबंद. प्रदेश के पुलिस मुखिया डी एम अवस्थी के स्पंदन कार्यक्रम से प्रेरित होकर पुलिस कप्तान भोजराज पटेल और उनकी टीम द्वारा मातहतों और उनके बच्चों को हमेशा फिट और अपडेट रखने के लिए नवनिहाल प्रतिभा प्रतियोगिता का आगाज काफी सफल रहा। बीते माह से शुरू किए गए इस प्रोग्राम में जहा एक तरफ 100 से अधिक पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों ने हिस्सा लिया तो वही 70 बच्चों ने अपना नाम दर्ज कराया। इधर नवनिहाल प्रतिभा प्रतियोगिता समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम और पुरुस्कार वितरण के साथ किया गया।
पुलिस परिवार में उनके बच्चो के साथ समय बिताते हुए स्वस्थ मनोरंजन व बौद्धिक स्तर ऊँचा उठाने के लिए जिले के पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल की पहल पर इस आयोजन की शुरुआत 21 दिसम्बर 2020 को पुलिस ग्राउण्ड से किया गया था।
इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य पुलिस परिवार के बच्चों के मध्य मानसिक कुशलता , व्यावहारिक ज्ञान , प्रतियोगी भावना जागृत करना था । इसकी जरूरत इस कारण भी महसुस की गयी की महीनों से लॉक के कारण बच्चों के अंदर कुंठा और उदासीनता न हो वही इसी दौरान स्कूल भी बंद थे जिसके कारण बच्चे अपने घरों में कैद होकर रह गए थे । लगभग एक माह के इस आयोजन का समापन 17 जनवरी को पुलिस हाउसिंग सोसायटी कालोनी में एक गरिमामयी कार्यक्रम आयोजित कर किया गया । पुलिस नवनिहाल कार्यक्रम में 70 बच्चो ने भाग लिया साथ ही 100 से अधिक पुलिस परिवार के अधिकारी, कर्मचारी भी इसका हिस्सा बने । समापन समारोह के दौरान बच्चो ने मनमोहक सास्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया ।
ताकि सभी तनाव मुक्त रहे..एसपी
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने प्रतिभागी बच्चो को पुरस्कार वितरण किया । प्रतिभागी बच्चो का उत्साह वर्धन करते हुए एसपी ने इस कार्यक्रम के संबंध में बताया कि हमारे पुलिस के अधिकारी व कर्मचारियों को अपने ड्यूटी का अधिकतम समय अपने परिवार से दूर रहकर संपादित करना होता है । जिससे पुलिस अधिकारी व कर्मचारी अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते हैं जिस कारण बच्चों में किसी भी प्रकार के अवगुणों के समावेश होने की संभावना बनी रहती है ।
इसलिए जिन पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों के पास सुबह या शाम को समय रहता है तो उनके द्वारा हमारे पुलिस परिवार के बच्चों को एक घंटा समय देकर पुलिस परिवार के बच्चों में मानसिक कुशलता ,व्यावहारिक कुशलता एवं प्रतियोगी भावना को आगे लाने में मदद करने के उद्देश्य से ही यह योजना बनाई है । ऐसे कार्यक्रम होने से पुलिस परिवार के बच्चों में निश्चित ही अच्छे गुण ,आचरण , प्रतियोगी भावनाओं का विकास होगा तथा प्रतिभागी बच्चे अच्छे जगहों में चयनित होंगे ।
साथ ही हमारे अधिकारी, कर्मचारी भी अपने बच्चों की प्रतियोगी कुशलता के संबंध में तनाव से मुक्त रह सकेंगे।