रायपुर. विधायक विकास उपाध्याय द्वारा निकाली जा रही कांवड़ यात्रा में शिवभक्तों की हुजुम पूरे विधानसभा में देखा गया। जिस मारूति मंगलम से इसकी शुरूआत होने वाली है, पूरे गुढ़ियारी क्षेत्र में एक इंच भी जगह नहीं जहाँ भक्तगण मौजूद नहीं थी। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जहाँ 51 पंडितों द्वारा मंत्रोच्चारण कर जय-घोष के साथ भगवान शिव की पूजा अराधना की गई। इस कार्यक्रम में विधायक विकास उपाध्याय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मुख्य यजमान के रूप में आमंत्रित किया था।
हिन्दू धर्म से जूड़े काँवड़ यात्रा को भगवान शिव का प्रतीक माना गया है और ठीक उसी के अनुरूप पूरे पश्चिम विधानसभा में शिवभक्तों का रेला लगा। गुढ़ियारी स्थित मारूति मंगलम से यह यात्रा निकलने के पहले ही 10 हजार से भी ज्यादा शिवभक्त जिसमें महिला, पुरूष एवं हर उम्र के लोग सम्मिलित होकर पूरी तरह से शिवभक्ति में लीन दिखाई दिए।
विधायक विकास उपाध्याय सुबह से ही पूरे क्षेत्र में दौरा कर सभी काँवड़ यात्रियों से बारी-बारी से मुलाकात करते रहे और जब मुख्यमंत्री के आगमन का समय हुआ तो पूरा गुढ़ियारी क्षेत्र शिवभक्तमय हो गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पश्चिम विधानसभा में यह विहंगम दृश्य देख गदगद हो गए। मुख्यमंत्री के पहुँचते ही 51 पंडितों द्वारा पूरे विधि-विधान से काँवड़ यात्रा निकाले जाने भगवान शिव की अराधना शुरू की गई, जिसमें मुख्य यजमान के रूप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने धार्मिक कर्तव्यों का निर्वहन किया।
शिव के प्रति श्रद्धा का भाव सुख-समृद्धि का द्वार- उपाध्याय.
विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि पश्चिम विधानसभा में जो दृश्य शिवभक्तों की दिख रही है, यही हिन्दू धर्म है। पूरा पश्चिम विधानसभा शिवभक्ति से सराबोर है। एक-एक घरों से लोग पूरी श्रद्धा के साथ इस काँवड़ यात्रा में भाग लेने स्वस्फूर्त मौजूद हैं। हर किसी के मन में भगवान शिव के प्रति श्रद्धा का भाव है और यही भाव पूरे क्षेत्र को सुख समृद्धि की ओर ले जाएगा। जिसकी कल्पना हमने की है। उन्होंने बताया कि यह अद्भूत अवसर दो साल बाद मिला है और हर कोई भगवान शिव के रंग में रंग जाना चाह रहा है।
मारूति मंगलम से यह यात्रा निकलकर मुख्य मार्गों से होते हुए महादेवघाट स्थित हटकेश्वरनाथ मंदिर में समाप्त हुई। जहाँ भगवान शिव का जलाभिषेक किया गया। विधायक उपाध्याय ने बताया काँवड़ यात्रियों के लिए पूरे रास्ते में जगह-जगह भंडारे से लेकर अन्य सभी व्यवस्थाएँ की गई हैं एवं उन्होंने सभी शिवभक्तों का आभार माना जो इस पूण्य यात्रा में सम्मिलित हुए।