बिलासपुर. जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने जनता के बीच पहुंचकर जन्मदिन का आशीर्वाद लिया। जनता ने भी गौरहा के जन्मदिन को धूम धाम से मनाया। अलग अलग जगह आयोजित कार्यक्रम में अंकित गौरहा ने कहा कि जनता जनार्दन का प्रेम ही उनके जीवन का सबसे बड़ा उपहार है। इस प्यार को कभी नहीं भूलना चाहूंगा। जन्मदिन पर जिला पंचायत सभापति ने बच्चों, मरीजों और बुजुर्गों के बीच पहुंचकर प्यार लेने के साथ ही प्यार दिया साथ ही विधायक शैलेष पाण्डेय,जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान,पूर्व जिला पंचायत सदस्य संतोष कौशिक से भी भेंट कर आशीर्वाद लिया।
पर्यवारण को समर्पित जन्मदिन.
विश्व पर्यावरण दिवस पर जिला पंचायत सभापति जनता के बीच पहुंचकर अपना जन्मदिन मनाया। इस दौरान जनता ने भी अलग अलग जगह कार्यक्रम का आयोजन कर केक काटा और अपने नेता के लिए भगवान से दीर्घायु का आशीर्वाद मांगा। जिला पंचायत सभापति ने बैमा में समर्थकों के साथ अलग अलग किस्म के पौधों का रोपण किया। उन्होने कहा कि यदि यह पेड़ पौधे नहीं होते तो आज उनका भी वजूद नहीं होता इसलिए लोग कहते भी है कि वन है तो हम हैं। उन्होने इस दौरान रोपे गए पौधों के संरक्षण का भी संकल्प लिया।
बच्चों ने लगाया गले.
अंकित गौरहा ने जिला पंचायत क्षेत्र स्थित अलग अलग आंगनबाड़ी केन्द्रों में पहुंचकर केक काटा। करीब 100 से अधिक बच्चों के बीच पेन्ट शर्ट का वितरण किया। बच्चों की खुशी और उमंग को देखकर सभापति ने ईश्वर से बच्चों की चिरखुशी का आशीर्वाद मांगा और बच्चों ने भी सभापति को गले लगाया।
समर्थकों ने किया महादान.
जिला अस्पताल पहुंचकर सभापति ने ना केवल रक्तदान किया। बल्कि उनके समर्थकों ने भी चहेते सेवक के लिए अपना महादान किया।अस्पताल प्रबंधन ने भी अंकित गौरहा के प्रति धन्यवाद जाहिर किया। प्रबंधन ने बताया कि रक्त का एक एक बूंद किसी के जीवन और परिवार के लिए नया जीवन है।
बुजुर्गों ने लुटाया आशीर्वाद का खजाना.
अपने चुनिंदा साथियों के साथ सिविल लाइन क्षेत्र स्थित वृद्धा आश्रम पहुंचकर सभापति ने एक बुजुर्गों का चरण स्पर्ष कर आशीर्वाद लिया। 60 से अधिक बुजुर्गों के बीच भोजन वितरण किया। बुजुर्गों ने भी नम आंखों से सभापति के सिर पर हाथ फेरकर आशीर्वाद दिया।
मैं तो सरकार का सिपाही.
अंकित गौरहा ने बताया कि मुझमें इतनी शक्ति नहीं है कि लोगों तक पहुंच सकू,लेकिन ईश्वर से इतना जरूर उम्मीद करता हूं कि इतनी शक्ति तो दे कि ज्याादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचकर सेवा कर सकूं। गौरहा ने बताया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार गांव गरीब की खुशहाली को लेकर पूरी तरह से समर्पित है। हमको तो बस शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं तक जन तक पहुंचाना है और मैं यही काम कर भी रहा हूं। क्योंकि मैं तो सरकार का सिपाही हूं।