बिलासपुर. जिले में क्राइम की घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। दुकान,मकान के अलावा अब आरोपी लोगों की आस्था से जुड़े मंदिर को भी निशाना बनाने से नही चूक रहे हैं। बीती रात बंदूक की नोक पर चार आरोपियों ने पुजारी को बंधक बनाया और प्राचीन भंवर गणेश जी मूर्ति को उठा कर फरार हो गए। ब्लैक ग्रेनाइट पत्थर की प्राचीन मूर्ति को उठाकर ले जाने की घटना के बाद हड़कंप मच गया है मौके पर एसएसपी मातहतों की टीम लेकर मौके पर पहुंची है। वही कुछ ही देर बाद बीजेपी के विधायक डॉक्टर बांधी के घटनास्थल पर पहुंचे की खबर भी आ रही है।जिले में मस्तूरी क्षेत्र के पाली में भंवर गणेश की ऐतिहासिक प्रतिमा को बीती रात अज्ञात लोग जबरिया उठा कर ले जाने का मामला सामने आया है। घटना रात करीब एक से दो बजे के बीच की बताई जा रही है। जब अज्ञात लोगों ने मंदिर के पुजारी को बंदूक की नोक पर बंधक बना लिया हालांकि पुलिस इस बात को लेकर क्लियर नही है, वही भंवर गणेश की ऐतिहासिक प्रतिमा वहां से अपने साथ ले भागे। मामले का खुलासा अभी कुछ ही देर पहले मंदिर में भक्तगणों के पहुंचे के बाद हुआ है।मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित मस्तूरी क्षेत्र के पाली में भंवर गणेश की ऐतिहासिक मंदिर में देर रात अज्ञात लोग पहुंचे और पुजारी को बंदूक दिखा पहले तो डराया फिर पुजारी के हाथ पैर बांध मंदिर को खोला और मूर्ति को अपने साथ लेकर नौ दो ग्यारह हो गए। इस घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में सन्नाटा छाया हुआ है। यह खबर इलाके में आग की तरह फैल गई है।
हो जाती थी कर मनोकामना पूरी.
गाँव के लोगो का कहना है कि भंवर गणेश जी को मस्तूरी क्षेत्र के मल्हार ऐतिहासिक स्थल का केंद्र डिंडेश्वरी माता मंदिर के समकक्ष माना जाता था भंवर गणेश जी देवी के भाई के रूप में पूजे जाते थे, वही मान्यता है कि भगवान गणेश के मंदिर में लगाई हर अर्जी पूरी होती है,
मालूम हो कि इससे पहले देवी की मूर्ति को भी कुछ वर्ष पूर्व अज्ञात चोरों द्वारा पार कर दिया गया था।उस समय भी इस मामले को लेकर काफी हंगामा बरपा था। पुलिस ने अथक प्रयास कर उत्तर प्रदेश से प्रतिमा को बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई थी।इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी पारुल माथुर अपने मातहतों की टीम के साथ मौके पर पहुंची है।
टीआई ने बताया कि.
इस मामले में पुलिस ने अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है, पुजारी का बयान लिया गया है। टीआई प्रकाश कांत ने बताया कि गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात करीबन एक से दो बजे के बीच ग्राम पाली के भांवर गणेश मंदिर में अज्ञात चार व्यक्ति के द्वारा मंदिर के पुजारी महेश राम केवट के हाथ पैर को बांध कर मंदिर के चाबी को पुजारी से छीन कर मंदिर को खोलकर ब्लैक ग्रेनाइट पत्थर से बने गरुण जी की मूर्ति को ले गए है । मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीसीयू की टीम, डॉग स्कॉट, फिंगरप्रिट एक्सपर्ट की टीम मौके पर पहुंच कर कार्यवाही में जुट गई है।