रायपुर आर्ट, लिटरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल 2022 ने रचा इतिहास.

चेतन भगत ने मंच से की स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की तारीफ.

अनुराग बसु ने की फिल्म पॉलिसी की तारीफ , बिग बॉस फेम विजय विक्रम को सुनकर आनंदित हुए दर्शक.

रायपुर. राजधानी के पं. दीनदयाल ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय आर्ट, लिटरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल 2022 का धूम मची हुई है। 14 अक्टूबर को कार्यक्रम के पहले दिन पद्मविभूषण तीजन बाई मशहूर लेखक चेतन भगत और बॉलीवुड के प्रसिद्ध डायरेक्टर अनुराग बसु समेत कई नामचीन हस्तियों ने शिरकत की।कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ सरकार के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने किया। राज्यसभा सांसद श्रीमती फूलोदेवी नेताम कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहीं।उद्घाटन सत्र में प्रोफेशनल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष क्षितिज चंद्राकर,वरिष्ठ पत्रकार और रंगकर्मी सुभाष मिश्रा भी शामिल हुए। कार्यक्रम की आयोजक प्रीति उपाध्याय ने बताया कि फिल्म फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य आर्ट, लिटरेचर और फिल्म के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों और संभावनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा करना था। हमने पहले बार यह आयोजन किया है,लेकिन जनता से शानदार प्रतिसाद मिलने से हम उत्साहित हैं।

चेतन भगत को भाया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना का मॉडल.

रायपुर लिटरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल के पहले दिन मशहूर लेखक चेतन भगत के साथ आयोजक प्रीति उपाध्यय और वरिष्ठ पत्रकार संदीप अखिल परिचर्चा में शामिल हुए। परिचर्चा के दौरान चेतन भगत ने साहित्य और सिनेमा पर काफी विस्तार से कई बातें कहीं। इसके अलावा उन्होंने अपने जीवन के कई अनुभव साझा किये।उन्होंने कहा कि रायपुर आर्ट् लिटरेचर एंड फ़िल्म फेस्टिवल जैसे आयोजन प्रति वर्ष होते रहना चाहिए।परिचर्चा के दौरान सभागार में उपस्थित स्वामी आत्मानंद स्कूल के बच्चों को देखकर चेतन भगत खुश नजर आये। जब उन्हें बताया गया कि यह किसी प्राइवेट कान्वेंट स्कूल के बच्चें नहीं,बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार के शासकीय अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल के बच्चें हैं,तो उन्होंने सरकार की स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना की जमकर सराहना की।

नई फिल्म पॉलिसी का छत्तीसगढ़ को मिलेगा फायदा,लोगों से कहता हूं अपने घर जा रहा हूं.

कार्य्रकम में शामिल होने वाले जाने माने निर्देशक अनुराग बसु ने रायपुर फिल्म फेस्टिवल के आयोजन पर ख़ुशी जताई उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार हिमांशु द्विवेदी के एक सवाल पर कहा कि छत्तीसगढ़ में आर्ट और फिल्मों को लेकर अब नया रास्ता बनेगा। उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने फिल्मों को लेकर बेहतरीन पॉलिसी तैयार की है,इससे आने वाले समय में छत्तीसगढ़ फिल्म जगत में नया आयाम हासिल करेगा। अनुराग बसु से परिचर्चा के दौरान छत्तीसगढ़ के फ़िल्मकार मनोज वर्मा और चर्चित फिल्म चमन बहार के निर्देशक अपूर्व बड़ग़ईयां भी शामिल हुए। गौरतलब है कि अनुराग बसु मूलतः भिलाई शहर के रहने वाले हैं,इसलिए उनका छत्तीसगढ़ से गहरा नाता है। अनुराग बसु छात्र -छात्राओं के साथ संवाद के दौरान बताया कि जब वह छत्तीसगढ़ आते हैं,तो अक्सर हवाई यात्रा के दौरान मिलने वाले लोग उनसे पूछते हैं कि आप क्या किसी फिल्म की शूटिंग के लिए जा रहे हैं,तब मै जवाब देता हूं ” मै अपने घर जा रहा हूं। अनुराग बसु ने यह भी बताया कि वह छत्तीसगढ़ की संस्कृति से आज बह दूर नहीं हुए हैं और पंथी नृत्य कर लेते हैं।
इस पैनल में विशेष रूप से संस्कृति विभाग के डायरेक्टर विवेक आचार्य उपस्थित थे तथा उन्होंने शासन की फ़िल्म पॉलिसी की खूबियों को सभागार में उपस्थित दर्शकों को बताया.

रायपुर वालों ने बिग बॉस को देखा,कहा अभी तक सिर्फ सुना था.

मशहूर टेलीविज़न रियलिटी शो बिग बॉस में आवाज़ देने वाले स्वर कलाकार और अभिनेता विजय विक्रम सिंह भी इस आयोजन का हिस्सा बने। उन्होंने नवोदित फिल्म डायरेक्टर रुनझुन जैन , यूट्यूबर ,फ़ूड ब्लॉगर कीर्ति शर्मा के साथ परिचर्चा में हिस्सा लिया। परिचर्चा के दौरान विजय विक्रम सिंह ने बताया कि उन्होंने 29 साल की उम्र में वॉइस ओवर आर्टिस्ट के तौर अपना करियर शुरू किया। आगे चलकर रंगमंच से जुड़े और अब अभियान भी कर रहे हैं। इस पैनल की मॉडरेटर आरजे अंजनी थीं। विजय विक्रम सिंह ने पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े छात्र छात्राओं से सवाल जवाब के दौरान बताया कि वॉइस ओवर का क्षेत्र असीमित संभावाओं से भरा हुआ है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान बिग बॉस की तरह आवाज़ निकालकर सुनाई। यह सुनकर ऑडियंस बेहद खुश हो नजर आई।

दिखाई गई फिल्म ,हुई कई अन्य परिचर्चाएं, लोगों लिया बांस गीत का आनंद.

रायपुर लिटरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल के दौरान मशहूर बांस गीत कलाकार संजय सेन ने अपने समूह के साथ प्रस्तुति दी,जिसे काफी पसंद किया गया। इसके अलावा अलग-अलग परिचर्चाओं में छत्तीसगढ़ के जाने माने फिल्म निर्माता रॉकी दासवानी, नामचीन लेखक सत्यव्यास ,श्रद्धा थवाईत समेत कई जानी मानी हस्तियों ने हिस्सा लिया।

शार्ट फ़िल्म ओके, क्रमशः, मेला,पिचकारी और राजिम का प्रदर्शन भी किया गया.

छत्तीसगढ़ में पर्यटन की संभावनाओं को लेकर टूरिज़म बोर्ड की एमडी अनिल कुमार साहू ने विस्तार से चर्चा की वहीं बालाजी हॉस्पिटल के डॉ देवेंद्र नायक ने प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म की संभावनाओं को बतलाया।इस पैनल में छत्तीसगढ़ी फिल्मों के सुपर स्टार सुनील तिवारी ने भी अपनी बात रखी।

कबीर कल आज और कल.

फिल्म और साहित्य से जुड़े इस अनूठे कार्यक्रम की सबसे खास बात संत कबीरदास पर आधारित गोष्ठी रही। इस गोष्टी में पद्मश्री प्रहलाद टिपानियाँ और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय की कबीर शोध पीठ के अध्यक्ष कुणाल शुक्ला ,वरिष्ठ पत्रकार संजीव गुप्ता और त्रयम्बक शर्मा भी शामिल हुए। सभी विद्वानों ने संत कबीरदास जी के उपदेशों की प्रासंगिकता पर विस्तार से चर्चा की। सभी ने छत्तीसगढ़ में कबीरदास जी प्रभाव और उनके उपदेशों के प्रचार प्रसार को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।

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