रायपुर . भले ही भारतीय जनता पार्टी ने रायपुर में मीनल चौबे को महापौर प्रत्याशी घोषित कर दिया है लेकिन राजनीतिक जानकर कहने लगे हैं कि मीनल चौबे की तुलना में शताब्दी पांडेय बेहतर उम्मीदवार होती। छात्र राजनीति से अपनी राजनीतिक शुरुआत करने वाली शताब्दी पांडेय पूर्व में राज्य बाल अधिकार आयोग की अध्यक्ष रहने के साथ ही संघ के कई प्रमुख पदों में रही है। निचली व झुग्गी बस्तियों में सामाजिक कार्य करने के अलावा उन्हें प्रशासनिक कार्यों का लंबा अनुभव है। बताते चले कि भाजपा संगठन में कई दिन से इस पर मंथन चल रहा था। पेनल में सबसे आगे चल रही शताब्दी पांडे को प्रत्याशी घोषित करने दिग्गजों ने कई दौर की मैराथन बैठकें की । विश्वस्त जानकारों के अनुसार पार्टी संगठन के चयनकर्ता इस बात पर जोर दे रहे थे कि शताब्दी पांडेय के अनुभवों का लाभ राजधानी की जनता को मिल सके। लेकिन अंत मे निगम की पूर्व नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे के हाथ बाजी लगी।