बिलासपुर. डीआईजी व एसएसपी पारुल माथुर ने जिले में बीते वर्ष हुए अपराध और पुलिस कार्रवाई का सारा खाखा मीडिया के सामने रखा। बुधवार की दोपहर बिलासा गुड़ी में एसएसपी माथुर ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए स्वीकार किया कि यकीनन जिले के क्राइम ग्राफ में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन पुलिस ने काफी हद तक इसे रोकने का प्रयास कर कार्रवाई भी की है,एसएसपी ने कहा कि जरूरी नही हर घटना का रिस्पांस मिल ही जाए आवागमन बढ़ गया है तो जाहिर सी बात है कि घटनाएं बढ़ेगी उन्होंने प्रदेश के सब से बड़ी मर्डर मिस्ट्री पत्रकार स्वर्गीय सुशील पाठक केस का एग्जांपल देते हुए अपनी बात रखी और कहा कि आज तक यह केस भी डिटेक्ट नही हुआ है।
क्राइम ग्राफ और सफलताओं पर बोली एसएसपी.
संजू हत्याकांड, यूपी के शूटरों पर नजर.
गुंडा फाइलें खोली.
इनपुट की कमी,पत्रकार पाठक हत्याकांड अनसुलझा.
पेट्रोल पंप में फायरिंग, टीम का गठन.
नई प्लानिंग.
पुलिस कप्तान पारूल माथुर ने बीते दो साल का तुलनात्मक अपराध और पुलिस कार्रवाई का आंकड़ा पेश किया। उन्होने बताया कि साल 2022 में हत्या के 67 मामलों में 64 प्रकरणों का निराकरण कर कुल 93 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि हत्या के प्रयास के70 अपराध कायम हुए है। डकैती के 7 मामलों में कुल 31 आरोपियों को जेल दाखिल कराया गया है।लूट के दर्ज 37 मामलों में 70 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है।
पिछले साल दर्ज चोपी के 1101 के मुकाबले इस साल 1138 अपराध दर्ज हुए। नकबजनी मे इस साल कम मामले सामने आए। वहीं चोरी का अपराध बढ़ा है।बलवा का 2022 में दर्ज 72 प्रकरणों में 378 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।इसके अलावा धोखाधड़ी के दर्ज 192 प्रकरण में 91आरोपियों को जेल दाखिल कराया गया है। आबकारी एक्ट के तहत 2227 मामलों में 2230 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया।पुलिस कप्तान के अनुसार जिले के आठ थानों में कुल 13 मामलों की गुत्थी अभी भी अनसुलझी हुई है। मामले में लगातार पतासाजी की जा रही है। सर्वाधिक अनसुलझा मामला मस्तूरी और सीपत थाना में तीन तीन की संख्या में दर्ज है। कोटा में दो मामलों को अभी भी नहीं सुलझाया जा सका है। जबकि सिटी कोतवाली, तखतपुर, बिल्हा रतनपुर और सिविल लाइन थाना में एक एक लंबित अपराध की गुत्थी को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।