गरियाबंद. मैनपुर तहसील के गरीबा का प्राथमिक स्कूल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. यहां का सहायक शिक्षक संत डोंगरे पर मध्यान्ह भोजन योजना संचालित करने वाली महिला समूह के फर्जी हस्ताक्षर कर चावल आहरण कर हेराफेरी करने का आरोप लगा था, जो जांच में सही निकला. इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक को निलंबित कर दिया है. इस मामले के बाद अब ब्लॉक के 32 स्कूल भी जांच के दायरे में आ गए हैं.शिक्षक संत डोंगरे को छुरा ब्लॉक ऑफिस में अटैच करने का आदेश जारी किया गया है. मैनपुर बीईओ सीएस मिश्रा ने कार्यवाही की पुष्टि करते हुए बताया कि स्कूल जनभागीदारी समिती अध्यक्ष फरसू राम नेताम समेत पालकों ने 1 नवंबर को टेलीफोन से गड़बड़ी की सूचना दी थी. अगले दिन 2 नवंबर को एबीईओ यशवंत बघेल को जांच के लिए भेजा गया. जांच में पाया गया कि शिक्षक द्वारा 30 अक्तूबर को लगभग 36 क्विंटल चावल राशन दुकान से सीधे मौहा नाला में महेश ओटी के घर रखा गया था. खाद्य विभाग को सूचना देने के बाद उक्त चावल को जब्त कर आगे की कार्यवाही की जा रही है.
10 गुना ज्यादा राशन आबंटन करने वाले एमडीएम शाखा पर भी उठा सवाल
गरीबा प्राथमिक स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या 61 है. शत प्रतिशत उपस्थिति और 100 ग्राम प्रति छात्र के मान से महीने में अधिकतम 1.30 क्विंटल की खपत है. स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश के मुताबिक पहुंच विहीन शालाओं में जुलाई से लेकर अक्टूबर माह तक के लिए राशन का भंडारण कराया जाना था. 4 माह के लिए 7 से 8 क्विंटल ही जारी होना था, लेकिन शिक्षा विभाग के एमडीएम शाखा ने 10 गुना से ज्यादा मात्रा का टोकन काट दिया. गरीबा में लक्ष्मी स्व सहायता समूह द्वारा एमडीएम का संचालन किया जा रहा है, जिनके नाम पर 89.28 क्वी राशन जारी था. समूह ने 15 क्विंटल अब तक इस्तेमाल किया है. 36 क्विंटल शिक्षक द्वारा डंप कराया गया, राशन दुकान में बचत राशन की भी हेराफेरी दूसरे खेप में करने की तैयारी थी. ब्लॉक में ऐसे 32 पहुंचविहीन स्कूल हैं, जहां जरूरत से ज्यादा 10 गुना राशन जारी किया गया है. गरीबा स्कूल में उजागर हुई गड़बड़ी के बाद अब अन्य 31 स्कूलों में जारी मात्रा के भौतिक सत्यापन किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि एमडीएम शाखा देखने वाले ऑपरेटर को भी शो-काज नोटिस जारी किया जा रहा है.है.