अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अब केवल 10 दिन बचे हैं. देश में हर तरफ इसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और कई जगहों पर तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश के साधु संतों के अलावा कला जगत, फिल्म जगत, उद्योग जगत, सैन्य क्षेत्र, साहित्य, खेल, मीडिया, चिकित्सा, राजनीतिक, वैज्ञानिक, दानदाता व रंगमंच शामिल है.
इसरो के निदेशक नीलेश देसाई, फिल्म जगत से अमिताभ बच्चन, रजनीकांत, हेमा मालिनी, माधुरी दीक्षित, कंगना रनौत, आशा भोसले, अरुण गोविल, दीपिका चिखालिया, नितीश भारद्वाज, मधुर भंडारकर, रवींद्र जैन व प्रसून जोशी. उद्योग जगत से रतन टाटा, मुकेश अंबानी, गौतम अडाणी, चंद्रशेखरन, एसएन सुब्रम्ण्यम, खेल जगत से सुनील गावस्कर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, धनुर्धर दीपिका कुमारी, गोपीचंद. कला क्षेत्र से अनूप जलोटा, अनुराधा पौडवाल, कैलाश खेर, मैथिली ठाकुर, कन्हैया मित्तल, स्वाति मिश्रा, न्यायिक क्षेत्र से पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई, सुधीर अग्रवाल, के परासरण.
ट्रस्ट ने 125 संत परंपरा के चार हजार धर्मगुरुओं को एक श्रेणी में रखा है. इनमें चारों पीठों ज्योर्तिमठ, गोवर्धन, शारदा व श्रंगेरी के शंकराचार्यों के साथ संन्यासी व वैरागियों के 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि और महामंडलेश्वर शामिल हैं. सिख, जैन व बौद्ध धर्म के प्रमुख संत भी इसमें शामिल हैं.
इसके अलावा स्वामी नारायण परंपरा, आर्ट आफ लिविंग और गायत्री परिवार के सदस्यों को सूचीबद्ध किया गया है. तिरुपति, वैष्णो देवी व काशी विश्वनाथ मंदिर समेत देश के सभी प्रसिद्ध मठ-मंदिरों के 200 ट्रस्टी भी समारोह के साक्षी बनेंगे. अयोध्या के स्थानीय 350 संत अलग से शामिल किए गए हैं.