बिलासपुर. देश मे व्याप्त कोरोना महामारी के कहर ने इस बार भगवान परशुरामजी के जन्म उत्सव कार्यक्रम को फीका कर दिया है। जहां एक ओर इस आयोजन को लेकर धूमधाम से तैयारी और बाजे गाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली जाती थी तो वही इस बार ऐसा कुछ भी नही होगा। परशुराम सेवा समिति और कान्यकुब्ज ब्राह्मण विकास मंच ने एक मत होकर भगवान परशुराम जी का जन्म उत्सव को सादगी से मानने का निर्णय लिया है वही महाआरती स्थगित कर अपने अपने घरों में विष्णु के अवतार की आरती करने का आग्रह वरिस्टजनों ने किया है।
भगवान परशुराम जी के जन्म उत्सव को हर बार की तरह इस बार भी धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया था क्योंकि करोना महामारी का संकट पूरे विश्व में छाया है इसलिए तिलक नगर हनुमान मंदिर एवं भगवान परशुराम सेवा समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि इस वर्ष महा आरती के कार्यक्रम को स्थगित करते हुए लोगों से अपील की गई है कि वह अपने घर पर ही विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम जी की शाम 7:30 बजे आरती एवं पूजा अर्चना कर संपूर्ण जगत के कल्याण की कामना करें और अपने परिवार के सबसे के साथ हर्षोल्लास के साथ मनाए और सुबह नहा धोकर पूजा पाठ करते समय 11:00 बजे जो हमारे परिवार के इष्ट मित्र हमको इस करोना काल में छोड़ कर चले गए उन सभी स्वर्ग वासियों के लिए 2 मिनट का मौन रखकर भगवान परशुराम जी से निवेदन करें कि वह उनको बैकुंठ में अपने श्री चरणों में स्थान दें।
इधर कान्यकुब्ज ब्राम्हण विकास मंच छत्तीसगढ़ द्वारा भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव के अवसर पर प्रदेशाध्यक्ष पँ. बी के पांडेय एँव प्रदेश सचिव पँ.सुदेश दुबे साथी प्रदेश अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ पँ. अमित तिवारी एवं जिला पदाधिकारियों द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि इस समय कोविड-19 की महामारी को देखते हुए भगवान परशुराम जी के जन्म उत्सव का कोई भी कार्यक्रम सार्वजनिक रूप से नहीं किया जाएगा। केवल आंशिक रूप से दो या तीन लोग ही भगवान परशुराम जी की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर पूजन करेंगे एवं किसी भी प्रकार के महाआरती एवं शोभायात्रा का आयोजन नहीं किया जाएगा। समाज द्वारा सभी से अनुरोध भी किया जा रहा है की सभी विप्र समाज के लोग अपने अपने घरों में ही परशुराम जी का पूजन व आरती करे और सबके मंगल की कामना कर
कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने की विनती करें।
कान्यकुब्ज ब्राम्हण विकास मंच की टीम ने
बताया कि करोना महामारी को देखते हुए पूर्व में तय सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए गए है एवम सादगी से covid- 19 के अंतर्गत दिए गए शासन के निर्देशों का पालन करते हुए शहर के प्रमुख 61 मंदिरों में पूजन कर पदाधिकारियों द्वारा फलों का प्रसाद चढ़ाया जाएगा। इसके युवा विंग द्वारा 2 क्विंटल फलों को प्रसाद स्वरूप गरीबों में वितरण किया जाएगा।