भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 19 मई को 2000 रुपये के नोटों को प्रचलन से वापस लेने का फैसला किया था. आरबीआई ने इन नोटों को बैंक शाखाओं में जमा करने या इनके बदले दूसरे मूल्य के नोट लेने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया था, हालांकि बाद में इसे 7 अक्टूबर कर दिया गया था. यानी आज 2000 का नोट बदलने की आखरी तारीख है.
आज के बाद बैंक इन नोटों को नहीं लेंगे. हालांकि, वे लीगल टेंडर बने रहेंगे और लोग आपसी लेनदेन में इनका इस्तेमाल कर सकेंगे. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि 96% से ज्यादा 2000 रुपए के नोट बैंक में वापस आ गए हैं. अब भी लगभग 12 हजार करोड़ रुपये के 2000 के नोटों का वापस आना बाकी है.बता दें कि जब RBI ने 2000 के नोट को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी, तब उस दौरान 3.56 लाख करोड़ रुपये के नोट बाजार में थे. इनमें से 3.43 लाख करोड़ के नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं. अब 12 हजार करोड़ रुपये के नोट बाजार में हैं. 2000 के नोट को 2016 में नोटबंदी के बाद लॉन्च किया गया था. RBI ने साल 2018-19 में ही 2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी थी.