पारम्परिक शिल्पकारों और कारीगरों को स्वयं के कार्य हेतु प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से मिलेगी सहायता

जगदलपुर. जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र जगदलपुर द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजनान्तर्गत पारम्परिक शिल्पकारों और कारीगरों से स्वयं के कार्य हेतु 5 प्रतिशत ब्याज दर पर सहायता प्रदान करने के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया है। जिसके तहत कारपेंटर, कुम्हार, मूर्तिकार,राजमिस्त्री, दर्जी, नाई, लोहार, सुनार, धोबी सहित नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, ताला बनाने वाले,हथौड़ा एवं टूलकिट निर्माता, डलिया-चटाई एवं झाड़ू बनाने वाले, पारम्परिक गुड़िया एवं खिलौने बनाने वाले और मछली जाल बनाने वाले पारम्परिक शिल्पकारों एवं कारीगरों को उक्त योजनान्तर्गत पहले चरण में एक लाख रुपये तक और दूसरे चरण में 02 लाख रुपये तक की सहायता 5 प्रतिशत ब्याज दर पर बैंकों के माध्यम से प्रदान की जायेगी। साथ ही योजना के तहत पारम्परिक शिल्पकारों एवं कारीगरों को कौशल विकास प्रशिक्षण, टूलकिट प्रोत्साहन तथा डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन दिया जायेगा। योजनान्तर्गत सहायता के लिए पात्रता के तहत आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए तथा आवेदक केन्द्र या राज्य शासन की अन्य स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत लाभान्वित नहीं होना चाहिए। पारम्परिक शिल्पकारों और कारीगरों के एक परिवार से एक सदस्य पात्र होंगे। सरकारी सेवा में कार्यरत कर्मचारी और उसके परिवार के सदस्य पात्र नहीं नहीं होंगे। उक्त योजना से लाभान्वित होने के इच्छुक युवा कार्यालयीन दिवस एवं समय पर जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, बीएसएनएल ऑफिस के द्वितीय तल, नयापारा जगदलपुर में सम्पर्क कर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।

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