बिलासपुर. तारबाहर पुलिस और एसीसीयू की टीम ने खुद को पुलिस वाला बताकर एक ज्वेलरी शॉप से ठगी और थाना इंचार्ज का धौस दिखा पेटशॉप से डॉगी ले जाने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है वही इस मामले में फाइनेंस कंपनी का मैनेजर भी पुलिस की गिरफ्त में आया है। आरोपी से पुलिस ने तीन लाख पचास हजार का माल जप्त किया है
तारबाहर थाना इंचार्ज मनोज नायक ने बताया कि योगेंद्र अनंत निवासी पामगढ़ ने 9 से 24 नवंबर तक लगातार तीन बार ऐटी ज्वेलर्स तारबहार गया और स्वयं को पुलिस कर्मचारी बताया, जबकि आरोपी योगेंद्र अनंत किसी भी पुलिस बल से नहीं है। आरोपी योगेंद्र अनन्त ने सोने की तीन चैन पसंद कर दुकान से ले लिया और पेमेंट के लिए चेक दिया था। पेमेंट के लिए जो चेक दिया था। उसे आहरण नहीं कराने और कैश देकर चेक वापस ले जाने की बात बोला था। लेकिन काफी दिनों तक आरोपी नहीं आया और फोन भी उठाना बंद कर दिया था। जिसके बाद प्रार्थी प्रकाश शर्मा सत्यनारायण शर्मा उम्र 35 वर्ष निवासी लिंक रोड की रिपोर्ट पर अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई।
पुलिस टीम ने आरोपी योगेंद्र अनंत की तलाश कर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो उसके बताया कि उक्त सोना बजाज फिनसर्व फाइनेंस कंपनी के मैनेजर देवेंद्र राजपूत को दिया है और देवेंद्र राजपूत उक्त सोना को ऑक्शन का सोना बताकर अमित गांधी को बेचने का प्रयास कर रहा था और लेकिन ऑक्शन पेपर नहीं देने पर अमित ने सोना का सौदा नहीं किया था।
थाना इंचार्ज की धौस जमा आरोपी ले गया डॉगी.
थाना इंचार्ज नायक ने बताया कि आरोपी योगेंद्र अनंत के पास अन्य दुकानों के बिल मिले हैं और इस बात की भी जानकारी मिली कि उसने स्वयं को भिन्न भिन्न जगहों पर क्राइम ब्रांच का स्टाफ बता कर ठगी की वही तारबाहर थाना प्रभारी बताकर भी ठगी करने का प्रयास में पेटशॉप से पामेरियन डॉग ले गया था। जिसे पुलिस ने वापस कराया गया है।