रायपुर. Neet UG 2024 की जारी मेरिट लिस्ट को लेकर UDFA ने सवाल उठाते हुए इसमें कई खामियां बताई है. इससे लगता है कि हर साल की तरह फिर काउंसलिंग चयन प्रक्रिया विवादित रहेगा. यूडीएफ ने कहा है कि स्टेट कोटा के सीट के लिए जिनके पास डोमिसाइल नहीं है उनको भी इसमें जोड़ा गया है. ये तो छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ धोखा है. neet ug का नंबर नहीं दिखाया जा रहा, भले 12th का पर्सेंटेज बता दिया गया है. Udfa टीम ने काउन्सलिंग कमेटी से इस रैंक लिस्ट में सुधार करने की मांग की है. साथ ही संचालक चिकित्सा शिक्षा को ज्ञापन भी सौंपा है.
यूनिफाइड डॉक्टर्स एंड फ्यूचर एस्पिरेंट्स (यूडीएफए) एसोसिएशन ने कहा है कि हम रैंक सूची तैयार करने और जारी करने में अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हैं. हमने पिछले वर्ष की सूची की तुलना में एक महत्वपूर्ण अंतर देखा है. विशेष रूप से पीडीएफ प्रारूप में प्रदान की गई इस वर्ष की रैंक सूची में एक महत्वपूर्ण कॉलम का अभाव है. प्रत्येक उम्मीदवार का व्यक्तिगत स्कोर, इसके विपरीत पिछले वर्ष की रैंक सूची में यह आवश्यक जानकारी शामिल थी. महत्वाकांक्षी चिकित्सा पेशेवरों के रूप में हमारे रैंकों के साथ-साथ हमारे अंकों तक पहुंच कई कारणों से अमूल्य है. अपने स्कोर जानने से हम अपने प्रदर्शन को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं और सुधार के क्षेत्रों की पहचान कर सकते हैं. यह मूल्यांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करता है.
एसोसिएशन ने यह भी कहा है कि भविष्य में NEET UG के उम्मीदवारों को स्कोर तक पहुंच से काफी फायदा हो सकता है. यह उन्हें प्रतिस्पर्धा के स्तर का आकलन करने, यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारित करने और उसके अनुसार अपनी तैयारी रणनीतियों को तैयार करने में सक्षम बनाता है. अंकों को शामिल करके आप किसी भी संभावित विसंगतियों या कानूनी मुद्दों को रोकते हैं जो इस महत्वपूर्ण जानकारी के अभाव के कारण उत्पन्न हो सकते हैं. उम्मीदवार रैंक सूची प्रस्तुति में स्पष्टता और निरंतरता के पात्र हैं.