उत्तर प्रदेश: एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 को लेकर कई दिनों से जारी उठापटक और जल्दबाजी में लिए जा रहे निर्णयों ने उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपी पीएससी) की तैयारियों की पोल खोल दी है. 29 जुलाई को होने वाली परीक्षा से ठीक दो दिन पहले आयोग ने छह परीक्षा केंद्र बदल दिए हैं और चार केन्द्रों के पते में संशोधन किया है. जिससे पहले से रिजर्वेशन करा चुके दूर-दराज के हजारों अभ्यर्थियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कईयों का परीक्षा केंद्र उनके क्षेत्र से काफी दूर हो गया है. दरअसल, यूपी पीएससी में आवेदन करते समय केंद्र का आप्शन नहीं था. सभी को आटोमेटिक रूप से केंद्र निर्धारित किए गए थे.
बता दें प्रदेश के 39 जिलों में 1760 केंद्रों पर एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा 29 जुलाई को है और इसके लिए 7.63 लाख अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. परीक्षा को अब महज दो दिन ही शेष हैं और बुधवार को यूपी पीएससी ने छह जिलों में परीक्षा केंद्रों में अचानक बदलाव किया. साथ ही चार केन्द्रों के पते में संशोधन किया गया है. उन्नाव, मथुरा, फैजाबाद के एक-एक और आगरा के तीन परिकह्सा केंद्र शामिल हैं. आयोग के मुताबिक इन परीक्षा केन्द्रों में अभ्यर्थियों के लिए जो बैठने की निर्धारित क्षमता होनी चाहिए वह मानक के अनुरूप नहीं थी. इसलिए इन्हें बदला गया.
इससे पहले अर्हता का लेकर भी सवाल उठे थे. अभ्यर्थियों को इसके लिए परीक्षा की तैयारी की बजाए हाईकोर्ट में समय व्यतीत करना पड़ा. आदेश के बाद 156 याचियों को प्रवेश पत्र हाथों हाथ देने के लिए गुरुवार को यूपी पीएससी बुलाया गया और इसकी सूचना वेबसाइट पर बुधवार देर रात जारी की गई, जबकि इनमें तमाम अभ्यर्थी दूरदराज के जिलों के निवासी हैं. उन्हें प्रवेशपत्र मिलने की जानकारी गुरुवार सुबह अपने मोबाइल फोन पर या अखबारों के माध्यम से पता चली.