बिलासपुर. पिछले तीन दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो तैर रहा है। जिसमें पुलिस सैलानियों पर लाठी भांजते नजर आ रही है। स्वतंत्रता दिवस पर सैर सपाटे में आए लोगों पर अचानक पुलिस की लाठी बरसाना चर्चा का विषय बना हुआ है की आखिर किस लिए आजादी के पर्व पर ऐसा हुआ। इस घटना से मचे हाहाकार के बाद पुलिस ने अफवाहों के गर्म बाजार के बीच लाठीचार्ज की सच्चाई बया की है।
रतनपुर के खूंटाघाट डैम में बीते सोमवार 15 अगस्त को अचानक पुलिस के द्वारा सैलानियों पर लाठीचार्ज करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसके के बाद तरह तरह की बाते होने लगी। लेकिन इस घटना की सच्चाई से सभी परे है। जिसकी हकीकत एडिशनल एसपी रोहित झा के द्वारा दी गई। जो जानकारी सामने आई उसके अनुसार स्वतंत्रता दिवस के दिन खूंटाघाट डैम पर तादाद से अधिक संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई थी वही सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया था।
एएसपी झा ने बताया कि वेस्ट वियर में नही जाने के लिए सभी सैलानियों को पहले से ही हिदायत दी गई थी। इसके अलावा बेरिकेड्स भी लगाए गए थे।
इसके बावजूद भीड़ से कुछ शरारती तत्वों ने बैरिकेट को तोड़ दिया और वेस्ट वियर में भीड़ लगा ली। भीड़ ज्यादा होने से वेस्ट वियर को नुकसान पहुंच सकता था। इसलिए सुरक्षात्मक दृष्टि से लगातार पुलिस सभी को वहां से हटाने के लिए समझाइश दे रही थी। परंतु भीड़ ज्यादा बढ़ने लगी यदि लोगो को वहां से खदेड़ा नहीं जाता तो कोई बड़ी घटना हो सकती थी। इसलिए वेस्ट वियर की सुरक्षा और जान माल के नुक़सान से बचाने के लिए भीड़ को पुलिस बल द्वारा वहां से निकाला गया था।