बिलासपुर. विधानसभा में बिलासपुर में एम्स अस्पताल खोले जाने को लेकर विधायक शैलेश पांडेय के द्वारा उठाए गए मुद्दे के बाद एक बार फिर छत्तीसगढ़ की राजनीति में उबाल आ गया है। एक तरफ राज्य सरकार इस मुद्दे पर जोर दे रही है तो वही बीजेपी सांसद अरुण साव की बयानबाजी पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी पलटवार किया है। रविवार को एक दिवसीय दौरे पर शहर आए सीएम बघेल ने कहा है कि अगर दूसरा एम्स बिलासपुर में खुले तो सांसद साव को तकलीफ किस बात की.
हेलीकॉप्टर से उतरे सीएम का वेलकम.
आरक्षण का मुद्दा और एकात्म परिसर से राजभवन तक की चिट्ठी पर बोले सीएम बघेल.
कांग्रेस नहीं बीजेपी सिमट रही.
पहले प्रदेश की हालत देखे,सब नाटक और चले एम्स मांग करने-सांसद अरूण साव
सीएम बघेल के बिलासपुर आने से पहले मीडिया को दिए बयान में सांसद अरुण साव ने कहा था कि फिलहाल प्रदेश सरकार ने संभावना के मद्देनजर विधानसभा में सर्वदलीय मंशानुरूप बिलासपुर में एम्स खोले जाने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा है। मामले को लेकर धीरे धीरे राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। रविवार अपने सरकारी आवास पर सांसद अरूण साव ने मीडिया को बताया कि दरअसल प्रदेश सरकार एम्स को लेकर सिर्फ जुमलेबाजी और नाटक कर रही है। सिम्स संभल नहीं रहा दवाई है नही,हालत बहुत ही दयनीय है। और एम्स की मांग करने चले हैं। अरूण साव ने बताया कि दो सौ करोड़ का मल्टिस्पेशिलिटी अस्पताल तक बनवा नहीं पा रहे हैं। आखिर यह नाटक नहीं तो और क्या है। स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है और चले हैं एम्स की मांग करने।
इधर विधायक शैलेष पांडेय ने कुछ इस तरह विस् में किया था मीडिया को ब्रीफ,कहा कि जनता सब देख रही है.
नगर विधायक शैलेष पाण्डेय ने सांसद अरूण साव के बयान को बहुत ही दुर्भाग्यजनक बताया उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री बिलासपुर की जनता के उम्मीदों के अनुरूप एम्स को लेकर भारत सरकार को प्रस्ताव दिया है। विधानसभा में बिलासपुर में एम्स खोले जाने की मांग का सभी ने समर्थन किया। पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल समेत वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष धरमजीत ने मांग का स्वागत किया। आश्चर्य की बात है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सदन में समर्थन करने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ एम्स का विरोध कर रहे हैं।
इससे जाहिर होता है कि भाजपा में कुछ गड़बड,यानि फूट है। अरूण साव बिलासपुर के सांसद हैं। उनसे जनता को उम्मीद है कि बिलासपुर में एम्स के प्रस्ताव का समर्थन करें। लेकिन दुर्भाग्यजनक है कि अरूण साव ने ऐसा बयान दिया है।
शैलेष पाण्डेय ने कहा कि बयान से ऐसा महसूस हो रहा है कि अरूण साव भाजपा अध्यक्ष पहले और सांसद बाद में है। इसलिए उन्होने पार्टी को खुश करने के लिए एम्स का विरोध किया है। लेकिन जनता सब देख रही है।