बिलासपुर. कांग्रेस नेता और डीएलएस कॉलेज के संस्थापक स्वर्गीय बसंत शर्मा की प्रतिमा का अनावरण करने प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल शहर पहुंचे, तय समय से करीब डेढ़ घंटे देरी से कार्यक्रम स्थल आए सीएम ने स्वर्गीय शर्मा की प्रथम पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया और भावुक होकर अपनी बातें रखी,सीएम ने कहा कि बसंत शर्मा उम्र में काफी छोटे थे उनकी प्रतिमा का अनावरण करना अच्छा तो नही लग रहा है मगर विधि के विधान को कौन टाल सकता है,बसंत शर्मा के राजनीतिक जीवन और कॉलेज की स्थापना के बाद आई कठिनाइयों का बखान सीएम ने किया और कहा कि बसंत शर्मा वो व्यक्तित्व थे जो बड़ी से बड़ी मुश्किल की घड़ी में भी झुकना पंसद नही करते थे।
एक छोटा सा सफर नामा स्वर्गीय शर्मा का.
कार्यक्रम की शुरुआत मधुर कविताओं के स्वर्गीय शर्मा के जीवन परिचय से शुरू किया गया। मानव विज्ञान में एमएससी की डिग्री पाने वाले बसंत शर्मा शुरू से मानव समाज के लिए समर्पित रहे। अपने पिता स्वर्गीय दशरथ लाल शर्मा के नाम से कॉलेज की स्थापना की और वर्ष 1994-95 से शहर के साथ नगर निगम की राजनीति में सक्रिय हो निर्दलीय चुनाव लड़ जीत हासिल की और फिर पीछे मुड़ कर नही देखा,आज भी उनके नगर निगम नेता प्रतिपक्ष का कार्यकाल याद किया जाता है।वही चार कमरों से डीएलएस कॉलेज जड़ जमाई और लगातार कॉलेज के नाम को ऊंचाइयों तक पहुंचाया पिछले साल 25 अप्रैल कोरोना काल में वह अपने भरे पूरे परिवार को छोड़ इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
सीएम हुए भावुक.
कार्यक्रम में उद्बोधन के दौरान सीएम भूपेश बघेल भावुक हो गए। बसन्त शर्मा के बारे में बोलते हुए उनका रुंध गए और रो पड़े और अपना उद्बोधन समाप्त कर दिया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने उदबोधन में कहा, ये बेहद भावुकता पूर्ण समय हम सबसे उम्र में छोटे बसंत शर्मा की मूर्ति का अनावरण करना मन को भारी कर रहा है। रुंधे हुए गले से मुख्यमंत्री ने कहा बिलासपुर के लोगो को उनके बारे में बताने की जरूरत नही हर कठिनाई के समय मे उन्होंने डटकर मुकाबला किया।
कई बार ऐसा अवसर आया जब यहाँ के हालातों के बारे में चर्चा करते थे,कोरोना महामारी में हम सभी को बहुत कुछ खोना पड़ा। हम आप सभी ने किसी न किसी को खोया है। कोरोना महामारी ने हम सबसे उन्हें छीन लिया .. हमे हमेशा याद आएंगे। एक सच्चे साथी को हम सबने खोया है. अपनी श्रद्धांजलि देते हुए सीएम की आँखे नम हो गई और उन्होंने बीच में ही अपना संबोधन रोक दिया…
कार्यक्रम के अंतिम में मुख्यमंत्री की ओर से चांटीडीह से डीएलएस कॉलेज पहुँच मार्ग का नामकरण स्व बसन्त शर्मा के नाम से करने की घोषणा महापौर रामशरण यादव ने की..
जेल संदर्शक महिला नेत्री को सीएम ने झड़का.
इस कार्यक्रम में स्वर्गीय बसंत शर्मा को याद कर सबकी आंखें नम थी, यहां तक सीएम भी खुद को भावुक होने से रोक नहीं पाए। इधर अतिथियों के बीच बैठी कांग्रेस नेत्री और जेल संदर्शक चित्रलेखा कांसकर पूरे टाइम मीडिया कर्मियों को कवरेज करने से हटने के लिए आवाजें लगाती रही। इतना ही नहीं महिला नेत्री को इतनी भी समझ नही की माहौल गमगीन है, जेल संदर्शक ने गैलरी से निकलते समय सीएम जो आवाज लगाई और सेल्फी लेने जिद करने लगी जिसे सीएम झडकते हुए आगे बढ़ गए।