ब्लॉकों के बीच गली और सेप्टिक टैंक का सीमेंटीकरण का महापौर का वादा अधूरा.
बिलासपुर.गोड़पारा- चांटापारा में अमन चैन की जिंदगी गुजार रहे गरीब लोगों की झोपड़ियां तोड़कर उन्हें बहतराई स्थित अटल आवासों में भेड़ बकरी की तरह ठूंस दिया गया है और नगर निगम द्वारा उनके लिए आवासों में सुविधाएं भी नहीं जुटाई जा रही हैं। बहतराई शासकीय स्कूल के सामने अटल आवास वाले ब्लाक में लोगों के घरों में सीढ़न और पीछे की नाली की बदबू से हाल बेहाल है।
दो ब्लॉक के बीच बने डस्ट एरिया में ना सीमेंट से गली अन्य ब्लाकों की तरह नहीं बनाई गई है। ना ही सेप्टिक और पानी निकासी के साधन व्यवस्थित किए गए हैं। नगर निगम के ठेकेदारों और इंजीनियरों ने यहां पर काम लाकर अधूरा छोड़ दिया है। इस वजह से सेप्टिक टैंक के खुले ढक्कन और घरों की नालियों का पानी यहां फैलकर लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। इसमें गंदे कीड़े बजबजाने लगे हैं। हालत यह है नाली के पानी आसपास के लोगों की रसोई तक पहुंच रहा है और कीड़े भी अब घरों में घुसने लगे हैं। इसी गंदगी के बीच से लोगों के घरों में पीने के पानी की मेन पाइप लाइन भी गुजारी गई है जिससे बीमारी और संक्रमण का खतरा है। स्वच्छता का ढिंढोरा पीटने वाली नगर निगम यहां खुद इसका खुला मजाक उड़ा रही है।
महापौर का वायदा अधूरा.
दो माह पहले महापौर ने बहतराई स्थित अटल आवास में एक कार्यक्रम के दौरान शिरकत की थी। लोगों की मांग पर महापौर रामशरण यादव ने उनको जल्द ही ब्लॉकों के बीच के गैप का सीमेंटीकरण करने और सेप्टिक टैंक के ढक्कन और नाली को व्यवस्थित करने का आश्वासन दिया था। लेकिन चुनावी वायदों की तरह ही आश्वासन आज भी अधूरा है। नगर निगम के अधिकारी बार-बार शिकायत करने के बावजूद इन समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे लोगों का जीना यहां मुहाल हो गया है।
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